3 member committee constituted to investigate back door recruitments in Uttarakhand Assembly

Uttarakhand Assembly Recruitment: उत्‍तराखंड विधानसभा में बैक डोर से हुयी भर्तियों को लेकर शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बड़ा फैसला लिया। उन्होंने साल 2012 से लेकर अभी तक उत्तराखंड विधानसभा में जितनी भी नियुक्तियां हुई हैं, उनकी जांच के लिए विशेष समिति का गठन किया है। तीन सदस्यीय कमेटी के अध्यक्ष पूर्व आइएएस दिलीप कुमार कोठिया होंगे। सुरेंद्र सिंह रावत और अविनेन्द्र सिंह नयाल इसके सदस्य होंगे। समिति एक माह में रिपोर्ट देगी। जांच होने तक सचिव विधानसभा मुकेश सिंघल को छुट्टी पर भेजा गया है। लेकिन जांच समिति को सहयोग करने के लिए वह उपस्थित रहेंगे। इस जांच के बाद राज्य बनने के बाद से सभी भर्तियों की जांच भी की जाएगी।

विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वर्ष 2012 से 2022 तक की नियुक्तियों की समिति जांच करेगी। इसके अलावा 2000 से 2011 तक उत्‍तर प्रदेश की नियामवली थी। इसे भी जांच के दायरे में लाया जाएगा। आगामी भर्तियों के लिए इस समिति की रिपोर्ट जरूरी है, इसी आधार पर आगे के नियम तय होंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बैक डोर भर्तियों को लेकर विधानसभा की गरिमा को आहत पहुंची है। इसलिए जांच रिपोर्ट में भर्तियों को लेकर जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जितने भी बदलाव करने पड़े करुंगी।

कर्मचारियों की हो सकती है छंटनी !

उत्तराखंड विधानसभा बैकडोर भर्ती मामले में शनिवार को एक तरफ जहां विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने तीन सदस्य कमेटी गठित कर इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। वहीं विधानसभा सचिव को लंबी छुट्टी पर भेजते हुए उनका कमरा भी सील करा दिया है। ताकि सबूतों के साथ किसी भी तरह का छेड़छाड़ न की जाए। इसके साथ बड़ी खबर ये भी सामने आ रही है कि उत्तराखंड विधानसभा में कर्मचारियों की संख्या 475 से घाटकर 100 की जाएगी। हालाँकि कर्मचारी की संख्या घटाने की खबर की अभीतक अधिकारी पुष्टि नहीं हुई है।