कोटद्वार: जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया के निर्देश एवं जिला परिवीक्षा अधिकारी अरविंद कुमार के नेतृत्व में कोटद्वार की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और बाल कल्याण समिति, पौड़ी द्वारा एक मानवीय और सराहनीय कार्य को अंजाम दिया गया। इस संयुक्त प्रयास से दिल्ली निवासी 8 वर्षीय गुमशुदा बालक हर्ष कुमार को सकुशल उसके परिजनों से मिलवाया गया।
जिला परिवीक्षा अधिकारी अरविंद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हर्ष कुमार दिनांक 3 अगस्त को दिल्ली से बिना किसी अभिभावक के ट्रेन द्वारा कोटद्वार पहुंचा था। 4 अगस्त को वह रेलवे स्टेशन पर अकेला भटकता हुआ पाया गया। इस सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी सुमन लता एवं बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राकेश चंद्र बिडालिया ने बच्चे से संवाद स्थापित किया और दिल्ली पुलिस की सहायता से उसके पिता का पता लगाकर संपर्क साधा।
बालक के परिजन जब कोटद्वार पहुंचे, तो 5 अगस्त की सुबह विधिवत रूप से हर्ष को उसके पिता को सौंप दिया गया, साथ ही उनके द्वारा बच्चे की समुचित देखभाल का लिखित आश्वासन भी प्राप्त किया गया।
इस अवसर पर जिला परिवीक्षा अधिकारी एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी अरविंद कुमार ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कोटद्वार तथा बाल कल्याण समिति के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उदाहरण बताता है कि जब प्रशासन और समाज सेवी संस्थाएं एकजुट होकर कार्य करती हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है। इस प्रयास के माध्यम से एक मासूम बालक को सुरक्षित रूप से अपने परिवार से मिलाया जा सका है।
यह घटना न सिर्फ बाल संरक्षण के क्षेत्र में जागरूकता का संदेश देती है, बल्कि इस बात का प्रमाण भी है कि प्रशासनिक तत्परता और समर्पित प्रयासों से किसी भी बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।