पौड़ी: पौड़ी जनपद में बीते कुछ समय से जंगली जानवरों द्वारा इंसानों पर हमले की घटनायें लगातार बढ़ती जा रही हैं। कहीं भालू तो कहीं गुलदार द्वारा जानलेवा हमलों से ग्रामीणों में दहशत है।

ताजा घटना पौड़ी गढ़वाल के कोट ब्लाक के देवार गांव की है। यहाँ गुलदार ने आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले 4 वर्षीय मासूम पर अचानक हमला कर उसे घायल कर दिया। देवार गांव के ग्राम प्रधान गौरव ने बताया कि आज सुबह 4 वर्षीय अनमोल आंगनबाड़ी केंद्र में था, इसी दौरान घात लगाये गुलदार ने अनमोल पर अचानक हमला कर दिया। आंगनबाड़ी अध्यापिका ने बड़ी मशक्कत से मासूम की जान बचाई। गुलदार के हमला करने से बालक घायल हो गया। जिसके बाद उसे तुरंत उपचार के लिए जिला अस्पताल पौड़ी लाया गया। डॉक्टरों के अनुसार बच्चे की स्थिति फिलहाल सामान्य बताई जा रही है।

घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि पिछले कई महीनों से क्षेत्र में गुलदार की आवाजाही और हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इससे पूर्व भी गुलदार की घटनाओं ने पौड़ी के लोगों को दहशत में डाल रखा है। कुछ दिन पहले जनपद के कोटी गांव में एक महिला को गुलदार ने अपना निवाला बनाया था। उसके अगले दिन ही डोभाल ढांडरी में एक अन्य महिला पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। लगातार सामने आ रही घटनाओं से ग्रामीणों में भय और रोष बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग और प्रशासन को बार-बार मांग के बावजूद प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं, जिससे गुलदार के हमले रुकने के बजाय लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं।

क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने उप वन संरक्षक को ज्ञापन सौंपकर आदमखोर गुलदार को मारने के आदेश जारी करने की मांग की है। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत के साथ साथ आक्रोश भी है। गौरव रावत ने बताया कि उपवन संरक्षक को एक शिष्टमंडल द्वारा संयुक्त हस्ताक्षरित कर ज्ञापन सौंपा गया है और गुलदार को मारने के आदेश जारी करने की मांग की। ग्रामीणों ने चेताया है कि यदि समय रहते वन विभाग द्वारा प्रभावी कार्रवाई नहीं गयी और ऐसे ही मूकदर्शक बने रहते हैं तो जल्द वन विभाग का घेराव कर जनांदोलन किया जाएगा। जिसके लिए वन विभाग जिम्मेदार होगा।

गौरव रावत ने बताया है कि लगातार बढ़ती घटनाओं से लोग भयभीत हो रहे हैं। दहशत से किसी व्यक्ति का जानमाल का नुकसान होगा तो कौन जिम्मेदार रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन को आदमखोर गुलदार को मार देना चाहिए। जिससे क्षेत्र में इस तरह की अप्रिय घटनाएं घटित ना हो।

उपवन संरक्षक आइशा बिष्ट ने बताया है कि क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और पिंजरा लगाने की अनुमति मांगी गई है। विभाग द्वारा इस घटनाक्रम को संज्ञान में लिया गया है। ज्ञापन देने वालों में ग्राम प्रधान गौरव, क्षेत्र पंचायत सदस्य देवार प्रेम सिंह, जिला पंचायत सदस्य आराधना देवी, गौरव रावत अध्यक्ष कोआपरेटिव समिति वजली, विवेक रावत, गौरव सागर, नितिन रावत सहित अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी रही।