श्रीनगर गढ़वाल: गढ़वाली भाषा साहित्यिक संस्था आखर समिति, श्रीनगर गढ़वाल द्वारा आगामी 19 दिसम्बर 2019 को गढ़वाली भाषा एवं लोकसाहित्य के दिवंगत मूर्धन्य साहित्यकार डॉ. गोविन्द चातक की स्मृति में उनकी जयन्ती पर हिन्दी भवन, देहरादून में स्मृति व्याख्यान एवं सम्मान समारोह आयोजित किया जायेगा।
आखर समिति के अध्यक्ष संदीप रावत ने बताया कि गढ़वाली भाषा एवं लोकसाहित्य के साहित्यकार डॉ. गोविन्द चातक की स्मृति में उनकी जयन्ती पर सर्वप्रथम 19 दिसम्बर 2017 को एक सफल विचार गोष्ठी और परिचर्चा का आयोजन श्रीनगर गढ़वाल में शुरू किया गया था। साथ ही गढ़वाली लोक साहित्य व भाषा के क्षेत्र में स्व. डॉ. गोविन्द चातक के भगीरथ योगदान से प्रेरणा लेकर विगत वर्ष (19 दिसम्बर 2018) से उनकी जयन्ती के सुअवसर पर आखर समिति, श्रीनगर गढ़वाल द्वारा डॉ. गोविन्द चातक स्मृति व्याख्यान के आयोजन के साथ-साथ चातक परिवार के सहयोग से डॉ. गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान भी शुरू किया गया| सम्मान स्वरूप ग्यारह हजार रुपए की नगद राशि के साथ शॉल, मानपत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया जाता है।
आखर समिति द्वारा इस कार्यक्रम को विस्तार देते हुए यह आयोजन इस वर्ष यानि 19 दिसम्बर 2019 को हिन्दी भवन, देहरादून में आयोजित किया जा रहा है| संदीप रावत ने बताया कि आप सभी भाषा एवं साहित्य प्रेमीजनों को सूचित करते हुये अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है कि” गढ़वाली भाषा-साहित्य में अमूल्य अवदान देने हेतु इस वर्ष यह सम्मान यानि डॉ. गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान-2019 आगामी 19 दिसम्बर को वरिष्ठ गढ़वाली साहित्यकार मोहनलाल नेगी और वरिष्ठ साहित्यकार बचन सिंह नेगी को हिन्दी भवन, देहरादून (उत्तराखण्ड) में संयुक्त रूप से प्रदान किया जाएगा| दोनों वरिष्ठ साहित्यकारों को 5500 रुपए की धनराशि के साथ-साथ आखर सम्मान पत्र, आखर स्मृति चिह्न एवं अँग वस्त्र प्रदान किया जाएगा| इस कार्यक्रम में मोहनलाल नेगी की संस्मरणात्मक पुस्तक यादों की गलियां का लोकार्पण भी होगा|