उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु खंडूरी से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने डॉक्टर घिल्डियाल से राज्य में शिक्षा क्षेत्र में चल रहे कार्यों और उनसे छात्र छात्राओं को पहुंच रहे लाभ पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा आवश्यकता विद्यार्थियों को संस्कार युक्त एवं नैतिकता पूर्ण शिक्षा देने की है. क्योंकि घरों में कार तो हो चुकी हैं परंतु संस्कार गायब होते जा रहे हैं और उसके लिए संस्कृत शिक्षा विभाग बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है.

इस पर सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने नैतिक कर्तव्यों से विद्यार्थियों को रूबरू कराने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट चलाने की आवश्यकता पर चर्चा की. और कहा कि जिस प्रकार राज्य के शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत लगातार शिक्षा में नवाचार करते हुए सुधारात्मक कदम उठा रहे हैं वह अत्यंत प्रशंसनीय है. और उनके शिक्षा मंत्री का कार्यभार ग्रहण करने के चंद दिनों बाद ही राज्य की जनता अपने नौनिहालों के उज्जवल भविष्य के प्रति आश्वस्त हो रही है.

डॉक्टर चंडी प्रसाद ने विधानसभा अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि संस्कृत शिक्षा विभाग की तरफ से नैतिक शिक्षा देने के लिए अपना कर्तव्य निभाते हुए प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक शिक्षण संस्थाओं में नशाखोरी के खिलाफ वातावरण बनाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट पर कार्य योजना बनाकर शीघ्र मंत्री जी के सम्मुख रखी जाएगी, उनकी इस बात पर विधानसभा अध्यक्ष ने प्रसन्नता जाहिर की और उम्मीद जताई कि राज्य के विद्यालयों में तकनीकी और रोजगार परक शिक्षा के साथ-साथ ज्ञान चारित्र्य और एकता की नैतिक शिक्षा भी प्रदान की जाएगी.