teachers locked out Uttarakhand Education Directorate

देहरादून: उत्तराखंड में पदोन्नति और यात्रा अवकाश बहाल करने सहित अपनी 35 सूत्री मांगों के लिए आंदोलनरत शिक्षकों ने राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर आज देहरादून स्थित शिक्षा निदेशालय में तालाबंदी कर दी है। शिक्षकों ने साफ कर दिया है कि उन्हें सरकार की किसी कार्रवाई का डर नहीं है। शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान का स्पष्ट रूप से कहना है कि एक भी शिक्षक पर कार्रवाई हुई तो राज्य के सभी स्कूल बंद कर दिए जाएंगे।

राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष के मुताबिक, संगठन से जुड़े शिक्षकों की मांगों के लिए विभाग के मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सहमति बनी थी, इसके बाद भी इस पर अमल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने से ज्यादा अवधि तक चले चरणबद्ध आंदोलन के बाद अब तक एक मांग पर कार्यवाही हो गई है. शिक्षकों ने तालाबंदी को ऐलान 30 अक्तूबर को ही कर दिया था। बीते रोज अपर सचिव योगेंद्र यादव के निर्देश पर एडी-माध्यमिक महावीर सिंह बिष्ट ने संघ पदाधिकारियों के साथ वार्ता भी की थी, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही।

संगठन के प्रांतीय महामंत्री रमेश चंद्र पैन्युली का कहना है कि चार अगस्त को विभाग के साथ जो समझौता हुआ था। उसके मुताबिक एक भी शासनादेश नहीं हुआ है। शिक्षक अब तक शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन करते आए हैं। यदि विभाग ने किसी शिक्षक के खिलाफ उत्पीड़न की कार्रवाई की तो शिक्षक उग्र आंदोलन करेंगे।

उधर शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी का कहना है कि विभाग शिक्षकों की मांगों के प्रति गंभीर है, उनकी पदोन्नति का मामला कोर्ट में है। पदोन्नति से रोक हटे इसके लिए शासन की ओर से ट्रिब्यूनल में शपथपत्र दाखिल किया जा रहा है। सहायक अध्यापक एलटी के अंतरमंडलीय तबादलों के मामले में कार्मिक विभाग से रोक है। जल्द ही विभागीय मंत्री की अध्यक्षता में बैठक कर इस मसले को सुलझा लिया जाएगा।

शिक्षकों की मांगों को करेंगे पूरी, प्रक्रिया जारी मंत्री

शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि शिक्षकों की सभी समस्याओं पर गंभीरता से काम हो रहा हैं। शिक्षक समाज की धुरी हैं और मैं उनका व्यक्तिगत रूप से बेहद सम्मान भी करता हूं। शिक्षा सचिव को कल सुबह संघ पदाधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दे दिए हैं। वित्त, कार्मिक और न्याय विभाग के साथ भी जल्द बैठक बुलाई जा रही है। रावत ने कहा कि शिक्षकों के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों का हल किया भी गया है। बाकी पर कार्यवाही जारी है।

शिक्षकों की कुछ प्रमुख मांगे

  • प्रधानाचार्य के शत प्रतिशत पदों को पदोन्नति से भरा जाए।
  • पुरानी पेंशन बहाल की जाए।
  • वेतन विसंगति को दूर किया जाए।
  • सीबीएसई से संबद्ध अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को उत्तराखंड बोर्ड से संबद्ध किया जाए।
  • एलटी से प्रवक्ता, एलटी एवं प्रवक्ता से प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापक से प्रधानाचार्य पदों पर शीघ्र पदोन्नति सूची जारी की जाय।