श्रीनगर गढ़वाल : जब व्यक्ति के अन्दर कुछ करने का जज्वा होता है तो वह निश्चित तौर पर अपने लक्ष्य मेँ सफलता प्राप्त कर लेता है। इस तरह का उदाहरण जनपद रुद्रप्रयाग के ग्राम कौँशलपुर निवासी, राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी मे हिन्दी अध्यापक के पद पर कार्यरत अखिलेश चन्द्र चमोला प्रस्तुत कर रहे हैँ। विगत लॉकडाउन की अवधि मे अपने अध्यापन कार्य के साथ ही लगातार आम जनमानस मे असीम ऊर्जा का सँचार पैदा करने के लिये यूट्यूब, विभिन्न समाचार पत्रो, न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से महापुरुषोँ के प्रेरक प्रसँग प्रस्तुत करने का अभूतपूर्व कार्य करते रहे। शिक्षक चमोला के इस तरह के समाज सेवा के कार्योँ का सँज्ञान लेते हुये वीर अब्दुल हमीद फाउन्डेशन नई दिल्ली द्वारा उन्हें परम वीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद कोरोना योद्वा अवार्ड से सम्मानित किया गया। शिक्षक चमोला समाज सेवा के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र मेँ भी नया कीर्तीमान स्थापित कर चुके हैँ। शैक्षिक नवाचार एवँ क्रियात्मक शोध, नैतिक बोध कथायेँ, भारतीय सँस्कृति तथा नैतिक ऊर्जा के आयाम, महापुरुषोँ के अनमोल विचार, आदि पुस्तकेँ लिखकर भावी पीढी का मार्ग दर्शन करने का भी अतुलनीय प्रयास कर रहे हैँ। जिससे उनके अन्दर भारतीय सँस्कृति के वीज रोपित हो सके। चमोला का मानना है कि भावी पीढी ही सम्पूर्ण राष्ट की आधार शिला है। इन्हेँ सही वातावरण देने के लिये हमेँ सतत प्रयास करते रहना चाहिए।