श्रीनगर गढ़वाल : कोरोना महामारी के संकट काल में गौ-धर्म निभा रहे प्राथमिक शिक्षक संगठन विकासखंड खिर्सू के कोषाध्यक्ष आनंद सिंह पंवार विगत 16 वर्षों से लावारिस प्राणियों, साधु-संतों तथा गरीब असहाय प्राणियों की सेवा गौ-संरक्षण केंद्र से श्रीनगर, श्रीकोर्ट में करते आ रहे हैं। साथ ही गोवंश वृद्धि हेतु जनजागृत अभियान भी चला रहे हैं। उनके द्वारा लावारिस प्राणियों के लिए पानी व चारे का प्रबंध किया जा रहा है। लेकिन शिक्षक पंवार का कहना है कि लोगों द्वारा पशुओं से अपना काम निकालने के बाद उन्हें लावारिस अवस्था में छोड़ देना हिंदू संस्कृति के अनुकूल नहीं है। क्योंकि गौमाता से लेकर अन्य निर्दोष पशु प्रतिदिन मारे जा रहे हैं। तथा कुछ पशु पॉलिथीन खाकर बीमार अवस्था में जीवन यापन कर रहे हैं। इस समस्या के सहयोग हेतु श्री पंवार ने सरकार से भी अनुरोध किया है कि लावारिस पशुओं हेतु चारे की समुचित व्यवस्था की जाए। जिससे कोई लावारिस पशु भूखा न मरे। एवं पॉलिथीन पर पाबंदी लगाई जाए। जिससे पर्यावरण संतुलन भी बना रहे। लगातार कोविड-19 की जिम्मेदारियों में को निभाते हुए शिक्षक पंवार अपने सहयोगियों के साथ गौ सेवा का धर्म निभाते आ रहे हैं।
इस नेक कार्य में उन्हें प्राथमिक शिक्षक संगठन का भरपूर सहयोग मिल रहा है उनका कहना है कि इस कोरोना काल में मनुष्य बहुत बड़े संकट में है, साथ ही पर्यावरण में अन्य प्राणियों पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने आम लोगों से आग्रह किया कि इस संकट की घड़ी में पशु पक्षियों का भी सहयोग अवश्य करें। उन्होंने कहा है कि पर्यावरण मित्र योजना के अंतर्गत लावारिस पशुओं को जन सहयोग से स्वच्छ जल व चारे की व्यवस्था होने से श्रीकोट, श्रीनगर के आसपास पशुओं का अल्प मृत्यु मरना भी बहुत कम हो गया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि पशुओं को लावारिस ना छोड़े जिससे शहर में अनेक दुर्घटनाएं होती हैं और अनेक पशु वाहनों की चपेट में आ जाते हैं। वर्ष 2005 से पर्यावरण मित्र योजना के अंतर्गत जैविक तथा अजैविक पदार्थों को चयनित कर रोजगार के अवसर प्रदान उत्पन्न हुए हैं। तथा समाज में लावारिस प्राणियों के प्रति जन जागृति अभियान भी शुरू हुआ है। साथ ही पर्यावरण मित्रों द्वारा अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर रहे हैं। जिसमें फलदार पौधे अधिक लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह अभियान तत्कालीन एसडीएम श्रीनगर, हरक सिंह रावत के अथक प्रयासों से प्रारंभ किया गया था। जोकि वर्तमान में अपर आयुक्त प्रशासन के पद पर पौड़ी में हैं। उनकी प्रेरणा से हमें कार्य करने का मौका मिला और तब से लेकर आज तक गौ माता की सेवा जनहित में सुचारू है। इसमें पशु चिकित्सक, श्रीकोट, डॉ। पांडे का भी बड़ा योगदान है। कई बार उनके साथ मिलकर हमने ऐसे पशुओं का भी उचित उपचार किया है, जिससे वे पीड़ा से ठीक हुए हैं। उन्होंने इस जनहित के कार्य में सहयोग देने के लिए सभी का धन्यवाद किया तथा गोवंश वृद्धि या बचाव के लिए सहयोग की सराहना की। धीरेन्द्र घिल्डियाल, रेखा नेगी (अध्यक्ष), प्रवक्ता महेंद्र सिंह नेगी, मनोज घिल्डियाल, कुलदीप पंत, सुभाष कुमार, सतीश अंथवाल, डॉक्टर संजीव भट्ट आदि ने सहयोग देने को कहा।