पौड़ी: एस.सी.ई.आर.टी. देहरादून के निर्देशानुसार विकास खण्ड स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी के विषय-“कृत्रिम बुद्धिमता: सम्भावयता और सरोकार” का आयोजन राजकीय इंटर कॉलेज, कीर्तिखाल के सभागार में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। संगोष्ठी का शुभारंभ खण्ड शिक्षा अधिकारी डॉ. सुरेन्द्र सिंह नेगी, प्रधानाचार्या अंजू, ब्लाक विज्ञान समन्वयक महेन्द्र सिंह राणा व सह समन्वयक रश्मि रावत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया। विद्यालय की बालिकाओं ने मधुर स्वर में सरस्वती वंदना गाकर सभी का मन मोह लिया। तत्पश्चात अतिथियों का बैंच अलंकरण कर स्मृति चिन्ह भेंट की गई। खण्ड शिक्षा अधिकारी जी ने अपने उद्बोधन में कृत्रिम बुद्धिमता (A.I) के लाभ-हानि पर प्रकाश डालकर इसके दुरूप्रयोग से सभी को आगाह किया।
विज्ञान संगोष्ठी में विकासखंड द्वारीखाल के कुल 39 जूनियर हाईस्कूल, हाईस्कूल व इंटरमीडिएट कॉलेज के 39 बच्चों ने पावर पॉइंट, चार्ट, व अन्य सहायक सामाग्रियों द्वारा कृत्रिम बुद्धिमता: संभाव्यता और सरोकार विषय पर अपना प्रस्तुतीकरण दिया। लिखित परीक्षा व प्रदर्शन के आधार पर निर्णायक मंडल द्वारा अ.उ.रा.इ.का. देवीखेत की कु. अनन्या (प्रथम), मार्गदर्शक शिक्षक अखिलेश रावत, कु. अदिती अ.उ.रा.इ.का.चैलूसैंण (द्वितीय), मार्गदर्शक शिक्षिका रश्मि रावत, कु. साक्षी इंटर कॉलेज काण्डाखाल (तृतीय) मार्गदर्शक शिक्षिका प्रेरणा सिलस्वाल व राजकीय इंटर कॉलेज पालीलंगूर (सांत्वना पुरस्कार ) नंदीश्वर ध्यानी के मार्गदर्शन में प्रतिभाग कर स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में निर्णायक मंडल में डॉ. विक्रम सिंह रावत, सुषमा उनियाल व विभा रावत, मंच संचालन संजय रावत, इन्द्रपाल जी ने सयुंक्त रूप से किया।
संगोष्ठी को सफलतापूर्वक संपन्न करानें प्रीतम बिष्ट, नंदीश्वर ध्यानी, प्रमोद डोबरियाल, नीरज पथिक, योगेश कुकरेती, लक्ष्मी रावत, सुनिता नैथानी, राहुल सैनी, सुभाष बलूनी, शीला ध्यानी, जय सिंह आदि शिक्षको नें महत्वपूर्ण योगदान भूमिका निभाई।