उत्तराखंड में राजकीय विद्यालयों ने प्रधानाचार्य पदों पर सीधी भर्ती का लगातार विरोध जारी है। शिक्षक दिवस पर आज राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के आवाहन पर जनपद टिहरी गढ़वाल के 9 विकास खण्डों के समस्त राजकीय हाईस्कूल एंव इण्टर कालेजों में कार्यरत रा.शि. संघ टिहरी के सदस्यों ने बाहों में काली पट्टट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज किया। इस अवधि में शिक्षकों ने विद्यालय में उपस्थिति होकर सर्वप्रथम पूर्व राष्ट्रपती डा० सर्वपल्ली राधाकृष्ण के चित्र पर माल्यार्पण एंव पुष्प अर्पित कर उन्हें भवभीनी श्रद्धाजंली दी. तथा किसी भी प्रकार का सम्मान कार्यक्रम एंव अन्य सभी कार्यकमों का वहिष्कार किया।

राजकीय शिक्षक संघ टिहरी के जिलाध्यक्ष दिलवर सिंह रावत ने बताया कि जनपद के सभी विद्यालयों में शिक्षकों ने राजकीय शिक्षक संघ की एक सूत्रीय मांग उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा विभाग में राजकीय इण्टर कालेजों के प्रधानाचार्य के पदों पर पदोन्नति परीक्षा सीधी भर्ती का विरोध किया गया। जिलाध्यक्ष दिलवर सिंह रावत ने कहा कि जिले के लगभग 95 प्रतिशत शिक्षक पूर्व प्रचलित शत प्रतिशत पदोन्नति व्यवस्था के माध्यम से हाईस्कूल प्रधानाध्यापक वरिष्ठता के माध्यम से इण्टर कालेजों के प्रधानाचार्य के पदों को भरे जाने का पुरजोर समर्थन करते है। जबकि विभाग चन्द शिक्षकों को फायदा पंहुचाने के लिए वर्तमान व्यवस्था सीधी भर्ती परीक्षा आयोजित कर शिक्षकों के मनोबल को तोड़ने का कार्य कर रहा है।

जनपद मंत्री डा० बुद्धि प्रसाद भट्ट ने कहा कि प्रधानाचार्य का हाईस्कूल प्रधानाध्यापक का पदोन्नति का पद है, जिसमें एलटी व प्रवक्ता के शिक्षक वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति के माध्यम से नियुक्त होते थे। जबकि विभाग पदोन्नति परीक्षा का नाम देकर शिक्षकों को गुमराह कर रहा है। संरक्षक लक्ष्मण रावत ने भी पदोन्नति परीक्षा को शिक्षकों के साथ धोखा करार दिया। और कहा कि इस नीति का पुरजोर विरोध किया जायेगा।

जिला कार्यकारिणी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इसी परिपेक्ष में कल यानी 06 सितम्बर को जिले के समस्त शिक्षक सामूहिक अवकाश लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय नरेन्द्रनगर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर अपना विरोध दर्ज करेंगें। इसकी तैयारी हेतु जिला कार्यकारिणी की एक आनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला जिला उपाध्यक्ष हितेन्द्र पंवार, श्रीमती रानी पयाल, जितेन्द्र बिष्ट, सुनील कण्डारी, आनन्द सजवाण, विजय गुसांई, धनबीर रमोला, सतीश बलूनी, दीपक बहुगुणा, जगरोशन शर्मा, लोकेन्द्र रावत, रजनेश नौटियाल, संदीप मैठानी, शिशपाल भण्डारी, संजय मंमगाई, धनबीर रावत, दाताराम पूर्ववाल, नीरा मिश्रा, मदनमोहन सेमवाल आदि उपस्थित थे।