Ankita Murder Case : बीते 19 सितम्बर को यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर स्थित रिसॉर्ट में कार्यरत पौड़ी की बेटी अंकिता भंडारी की रिसोर्ट के मालिक व 2 अन्य दोस्तों द्वारा की गयी हत्या के बाद पूरे उत्तराखंड में जबरदस्त आक्रोश है। एम्स ऋषिकेश में पोस्टमार्टम के बाद अंकिता का शव कल देर शाम मेडिकल कॉलेज श्रीनगर पहुंचाया गया था। आज अंकिता का अंतिम संस्कार अलकनंदा नदी के तट पर पैतृक घाट पर होना था। लेकिन परिजनों ने आज अंतिम संस्कार रोक दिया है। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल हो सकती है।

अंकिता के भाई का कहना है कि दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए और जब फाइनल रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं अंकिता के पिता का कहना है कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया। उसमें सबूत हो सकते थे। अब जब पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी। वहीं, प्रशासन की टीम अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनानाने में जुटी है।

प्रशासन ने अंकिता के शव को बेस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। आइटीआइ घाट के साथ ही मोर्चरी पर भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उपजिलाधिकारी अजयवीर सिंह स्वयं व्यवस्थाओं पर निगरानी रखे हुए हैं।

अंकिता के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करने और हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग को लेकर आक्रोशित जनता ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। श्रीनगर में मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी के पास आक्रोशित जनता ने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। प्रदर्शन में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ ही व्यापारी और बुजुर्ग तथा बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं।

श्रीनगर गढ़वाल के आईटीआई घाट में अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाना है। हत्याकांड के विरोध में श्रीनगर व्यापार सभा ने बाजार बंद रखा है। शहर में माहौल गमगीन है। घाट पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है।

हैरानी की बात है कि  पौड़ी जिले के 6 विधायकों में से कोई भी विधायक अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं पहुंचा है।