Chamoli-Glacier-Burst-Indo-china-border

Chamoli Glacier Burst :  उत्तराखंड के चमोली जनपद से लगे भारत-चीन सीमा क्षेत्र सुमना में कल दोपहर ग्लेशियर टूटने से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) का कैंप इसकी जद आ गया है। जिसके बाद सेना द्वारा राहत और बचाव कार्य की कमान सँभालते हुए सड़क निर्माण कार्य में जुटे व्यक्तियों को बचाने का अभियान जारी है। सेना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि राहत बचाव के दौरान 384 व्यक्तियों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इसमें 4 की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि अब तक सेना द्वारा 6 लोगों के शव बरामद लिए गए हैं। बर्फ के नीचे फंसे शेष व्यक्तियों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान भी जारी है। बताया गया कि बर्फबारी के बीच भी सेना ने रेस्क्यू जारी रखा। रात्रि को रेस्क्यू आपरेशन को रोकने के बाद आज सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया गया।

बता दें कि कल दोपहर में जिस समय सुमना टू में हिमखंड टूटने की सूचना मिली थी, उस समय इस क्षेत्र में सड़क निर्माण के कार्य चल रहा था। ऐसे में वहां रह रहे व्यक्तियो की स्थिति को लेकर जानकारी जुटाने में देरी हो रही है।

इसबीच मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज जोशीमठ के सुमना में ग्लेशियर टूटने वाले क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। हवाई सर्वेक्षण व सेना के अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने चमोली में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि सुमना में जहां पर ग्लेशियर टूटा वहां पर बीआरओ के लगभग 400 लेबर काम कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने बताया कि इनमें से कुल 391 लोग सेना व आईटीबीपी के कैम्पों तक पहुँच गए हैं और पूरी तरह से सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हादसे में छह मजदूरों के मारे जाने की जानकारी मिली है जबकि 4 लोग घायल हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मौके पर सेना, आईटीबीपी की टीमें राहत बचाव कार्य में जुटी हैं। एसडीआरएफ वहां पर आगे बढ़ी है और एनडीआरएफ की कुछ टीमें भी आगे बढ़ रही हैं। जिला प्रशासन भी शुक्रवार से ही पूरी मुस्तैदी से राहत-बचाव में जुट है। गाजियाबाद में भी एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट मोड पर हैं।

मुख्यमंत्री आज शनिवार की सुबह आपदा ग्रस्त इलाके का मुआयना करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान बताया गया कि आपदा ग्रस्त क्षेत्र में जगह-जगह भारी मात्रा में बर्फ है। बीआरओ सड़क खोलने में जुटा है। मुख्यमंत्री की सेना के अधिकारियों के साथ बैठक की।

सेना के अधिकारियों से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि नीति के पास आई इस आपदा में शुक्रवार रात से ही सेना राहत बचाव कार्य में लगी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी के जवान और जिला प्रशासन की टीम भी युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 391 लोगों वहां बचाया गया है। 6 लोगों के शव बरामद किए गए हैं और चार लोग घायल हैं।