पौड़ी: विकासखंड कोट में माता सीता की धरती पर स्थापित सिद्धपीठ मां भुवनेश्वरी मंदिर में रविवार को नवरात्रि के दुर्गा अष्टमी की पूजा अर्चना के साथ धार्मिक अनुष्ठान एवं महिला मंगल दलों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही ढोल वादक प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी। जिसमे 67 जोड़ी ढोल वादक ने प्रतिभाग किया और अपनी अपनी कला का प्रदर्शन किया।

आज मुख्य महोत्सव में मुख्य अतिथि पर्यटन एवं धर्मस्व, संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने प्रतियोगिता में आए सभी ढोल वादकों को सम्मानित किया। महाराज ने कहा कि गत वर्ष उन्होंने हरिद्वार प्रेमनगर आश्रम में 1200 ढोल वादकों की दामोनाद प्रतियोगिता का आयोजन किया। जो हमारी संस्कृति को जीवित रखें हुए हैं। जिनके ढोल की थाप पर हमारे देवता अवतरित होते हैं। ऐसे ढोल वादकों को सम्मानित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र 1400 ढोल वादकों एक सामूहिक समेलन करवाना चाहते और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में नाम दर्ज करवाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि वाद्य यंत्र ढोल धमाऊ माध्य काल में सूचनाओं का आदान प्रदान करते थे। साथ ही जंगली जानवरों को भागने में ढोल वादकों का सहयोग लिया जाता था।

प्रतियोगिता में प्रथम दिर्तीय तृतीय स्थान पर आने वाले प्रतिभागियों को कल एक-एक जोड़े ढोल धमाऊ और नगद धनराशि प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख पूर्णिमा देवी, प्रदेश कार्यकरणी सदस्य सुमनलता ध्यानी, कुसुम चमोली, जिला पंचायत सदस्य मुकेश बिष्ट मौजूद रहे।

कार्यक्रम संयोजक अनुसूया प्रसाद सुंदरियाल, समिति के अध्यक्ष नवीन जुयाल, संरक्षक वीरेंद्र जुयाल तथा सचिव संजय द्वारा आगंतुकों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन आचार्य नवीन मंमगाई द्वारा किया गया। नवरात्रि के अष्टमी के दिन मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ी रही। मंदिर समिति द्वारा विशाल भंडारा का आयोजन भी निरंतर जारी रहा। आज फिर मंदिर प्रांगण में एक साथ श्रीदेवी भगवत गीता, महाशिवपुराण, श्रीमंद भागवत कथा का भी आयोजन किया जा रहा हैं।  जिसमे व्यासपीठ से आचार्य विकास पंत, आचार्य पंकज ममगाई, आचार्य विनोद ममगाई कथा का वाचन किया।

दो नन्हे ढोल वादकों दिव्याशु और प्रियाशू के कला प्रदर्शन से गदगद हुए महराज

मां भुवनेश्वरी मंदिर कोट विकास खंड शारदीय नवरात्र दस दिवसीय महामहोत्सव में आज आयोजित 67 जोड़े ढोल वादनों की प्रदर्शनी में मंच पर उपस्थित अतिथि एवं दर्शक नन्हे ढोल वादकों की प्रतिभा पर आश्चर्य चकित हो गए। दोनो भाई गत वर्ष देहरादून में “हमारी संस्कृति हमारी धरोवर” आयोजित कार्यक्रम भी अपनी कला प्रदर्शन कर चुके हैं। हमारे खोजी ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी पहले भी कई बार इन होन्यार गुदड़ी के लालों के बारे में लिख चुके हैं। दोनो भाई पौड़ी गढ़वाल के पट्टी मनियारस्यूं के ग्राम गढ़कोट गांव के हैं। आज उन्हे प्रतियोगिता में धारी महिला मंगल दल की टीम श्री डांडा नागराजा के पुजारी श्री गणेश देशवाल, कोट ब्लॉक प्रमुख पूर्णिमा नेगी, मां भुवनेश्वरी सांस्कृतिक विद्यालय के प्रधानाचार्य अनुसूया प्रसाद सुंदरियाल आदि ने प्रोत्साहित किया

जगमोहन डांगी की रिपोर्ट