tushar Chauhan arrested in paper leak case

UKSSSC PAPER LEAK CASE: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में उच्च शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। उच्च शिक्षा विभाग ने प्रश्न पत्र को हल करने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को गलत नियत से पेपर लीक में भूमिका निभाने को लेकर प्राथमिक दृष्ट्या आरोपी पाया गया है।

असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के निलंबन के दौरान उन्हें उच्च शिक्षा निदेशालय हल्द्वानी में संबद्ध किए जाने के आदेश हुए हैं। आदेश में लिखा गया कि शिक्षक के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन का यह कृत्य अमर्यादित और अस्वीकार्य है, जिसके कारण राज्य सरकार की भी छवि धूमिल हुई है। इस मामले में उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई समाप्त होने तक उन्हें निलंबित रखने के भी निर्देश हुए हैं।

इसके अलावा इस मामले में हरिद्वार पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने भी बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने परीक्षा केन्द्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट में ड्यूटी पर तैनात रहे दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

इससे पहले इस मामले में परीक्षा केंद्र में निगरानी के रूप में लापरवाही बरतने पर सेक्टर मजिस्ट्रेट को निलंबित किया जा चुका है। UKSSSC का कहना है कि परियोजना निदेशक केएन तिवारी को परीक्षा में सुचिता बनाए रखने के लिए जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन जिस तरह से प्रश्न पत्र के तीन पेज केंद्र से बाहर भेजे गए उससे साफ है कि परियोजना निदेशक अपनी जिम्मेदारी निभाने में कामयाब नहीं रहे। ऐसे में पेपर लीक मामले में उनकी प्रथम दृष्टया लापरवाही दिखाई देती है। जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया।

क्या है पूरा मामला:

दरअसल बीते रविवार 21 सितंबर को प्रदेश भर में UKSSSC स्नातक स्तरीय परीक्षा हो रही थी। एग्जाम का एक सेंटर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट हरिद्वार भी था। इसी सेंटर पर मुख्य आरोपी खालिद एग्जाम दे रहा था। आरोप है कि इस सेंटर के 18 कमरों में से 3 में जैमर नहीं लगे हुए थे। जिनमें कमरा नंबर 9, 17 और 18 शामिल है। पूरे मामले में जैमर टीम की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

आरोप है कि परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद इंविजिलेटर से अनुमति लेकर खालिद वाशरूम जाने के लिए बाहर निकला। हैरानी की बात ये है कि खालिद पेपर अपने साथ लेकर निकला। वॉशरूम में जाकर खालिद ने पेपर के कुछ शॉट क्लिक कर तीन पेज अपनी बहन साबिया को भेजे और साबिया ने प्रोफेसर सुमन को। असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन राजकीय महाविद्यालय अगरौड़ा टिहरी गढ़वाल में इतिहास की प्रोफेसर है। साबिया ने परीक्षा के बारे में सब कुछ जानते हुए भी पेपर के फोटो को प्रोफेसर सुमन के पास भेजा और प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए।

आरोप है कि सुमन ने इस मामले की जानकारी पुलिस को न देकर उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के अध्यक्ष बॉबी पंवार को दी। बॉबी पंवार ने ये खबर वायरल की, जिसके बाद पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए प्रोफेसर सुमन से पूछताछ की। उसके बाद पुलिस ने साबिया को गिरफ्तार किया। साबिया ने अपने भाई खालिद के बारे में बताया। मामला सामने आने के बाद खालिद फरार हो गया था। हालांकि बाद में पुलिन ने खालिद को भी गिरफ्तार कर लिया था।