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नई दिल्ली: दिल्ली के न्यू अशोक नगर स्थित DPMI के सभागार में रविवार को उत्तराखंड की साहित्य जगत की हस्तियों की उपस्थिति में युवा कवयित्री व लेखिका रामेश्वरी नादान की बाल कहानी संग्रह “बचपन एक उड़ान” एवं साहित्यकार सुनील सिंघवाल ‘रोशन’ की पुस्तक “राष्ट्रचेतना और रोशन” का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर साहित्य एवं पत्रकारिता से जुड़ी हस्तियों के लिए सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत श्रीमती बबली मंमगाई की मधुर आवाज में सरस्वती वंदना के साथ की गई। इसके साथ ही मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार विनय सक्सेना, विशिष्ठ अतिथि डॉ. पृथ्वी सिंह केदारखंडी के अलावा हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व प्रसिद्ध समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा, DPMI के चेयरमैन व प्रसिद्ध समाज सेवी विनोद बछेती, देहरादून से आये युवा समाजसेवी अशोक जोशी, वरिष्ठ साहित्यकार पूरन चंद कांडपाल, वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि मदन डुकलान, गढ़वाल हितैषणी सभा के महासचिव पवन मैठाणी, वरिष्ठ पत्रकार हरीश लखेड़ा द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसके बाद पुस्तकों का लोकार्पण किया।

कार्यक्रम का संचालन उत्तराखंड के वरिष्ठ साहित्यकार एवं उत्तराखण्ड लोकभाषा साहित्य मंच के संयोजक दिनेश ध्यानी द्वारा किया गया। उनके सफल मंच संचालन से सभागार में उपस्थित साहित्यकार, कवि, पत्रकार, रंगकर्मी व समाजसेवी एकाग्र होकर न केवल वक्ताओं को सुन रहे थे बल्कि उनकी बातों पर मनन भी कर रहे थे।

पुस्तक लोकार्पण के बाद इस कार्यक्रम में समाज से जुड़ी विभिन्न हस्तियों को सम्मानित किया गया। जिनमे वरिष्ठ पत्रकार हरीश लखेड़ा, उत्तराखंड आंदोलनकारी उमेश रावत, वरिष्ठ रंगकर्मी खुशाल बिष्ट, साहित्यकार कवि व रंगकर्मी दर्शन सिंह रावत, वरिष्ठ साहित्यकार जयपाल सिंह रावत, रमेश हितैषी, पत्रकार व वाइस ऑफ माउंटेन के जगमोहन जिज्ञासु व उनकी पत्नी, गायिका बबली ममगाईं, कवयित्री आभा, युवा कवयित्री ममता नौटियाल, पत्रकार सत्येन्द्र सिंह रावत आदि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर नई सोच नई पहल की टीम के अलावा उत्तराखंड एकता मंच के अनिल पन्त, उदय ममगाईं राठी, राजपाल पंवार, विनोद रतूड़ी, उमेश रावत, द्वारिका चमोली, सुरेन्द्र हलसी, गोपाल नेगी, सत्येन्द्र सिंह नेगी, अनूप रावत सहित उत्तराखंड समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में रावत डिजिटल एवं वॉइस ऑफ़ माउंटेन का विशेष सहयोग रहा।

देवभूमि संवाद के लिए एसएस नेगी एवं द्वारिका चमोली

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