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Ankita Murder Case: उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में शनिवार को तीनों आरोपितों को कोटद्वार एडीजे कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस तीनों आरोपितों पुलकित, अंकित और सौरभ को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट लेकर पहुंची। इस दौरान कोटद्वार को छावनी में बदल दिया गया। कोर्ट में तीनों आरोपियों पर आरोप तय कर दिए गए हैं। वहीं, तीनों ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार नहीं किया और कोर्ट ट्रायल की प्रार्थना की। जिसके बाद कोर्ट ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 28 मार्च की तिथि नियत की है। साथ ही अंकित और पुलकित की जमानत प्रार्थना पत्र की याचिका भी कोर्ट ने खारिज कर दी। इससे पहले भास्कर की जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई थी।

इन धाराओं में तय हुए आरोप

  1. मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छुपाना), 354 (ए) (छेड़खानी व लज्जा भंग) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।
  2. दूसरे आरोपी सौरभ भास्कर पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छुपाना) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।
  3. तीसरे आरोपी अंकित गुप्ता पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य छुपाना) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए गए।

खारिज हुई जमानत याचिका

अपर जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में शनिवार को पुलकित व अंकित की जमानत याचिका पर भी सुनवाई हुई। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता जितेंद्र रावत ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय ने दोनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया।

महिला कांग्रेस ने दिया कोर्ट के बाहर धरना

उत्तराखण्ड़ प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने प्रदेश सरकार पर अंकिता भण्डारी हत्याकांड के आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होने कहा कि सरकार हत्याकांड की सीबीआई जांच करने से भी पीछे हट रही है। अंकिता हत्याकांड के आरोपियों को पेशी पर कोटद्वार न्यायालय में पहुंचने की सूचना पर वे समर्थकों के साथ कोटद्वार पहुंची और सरकार पर हत्याकांड के आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए समर्थकों के साथ सिमलचैड़ स्थित कोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गयी है। इस अवसर पर उन्होने कहा कि लंबे समय से पीडिता के माता पिता आरोपियों को फांसी की मांग कर रहे हैं। वहीं जनता से भी इस हत्याकांड के आरोपियों को फांसी देने व हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर अभी तक प्रदर्शन कर रही है, लेकिन सरकार इससे पीछे हट रही है। उन्होने कहा कि हत्याकांड के आरोपी के पिता पार्टी के प्रभावशाली नेता है, इसलिए सरकार उन्हें संरक्षण प्रदान कर रही है। धरना स्थल पर पूर्व ब्लाक प्रमुख व पार्षद गीता नेगी, राजा आर्य, मीना बछवाण, कृष्णा बहुगुणा, अमितराज सिंह, शकुंतला चैहान आदि थे।

प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी गिरफ्तार

पुलिस आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट लेकर पहुंची। इस दौरान विभिन्न संगठन कोर्ट परिसर के बाहर धरने पर बैठ गए। कई कांग्रेस कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए। वहीं, जैसे ही पुलिस आरोपियों को लेकर पहुंची कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्हें रोका तो कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प शुरू हो गई। जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट से सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जबरन गिरफ्तार कर लिया।

क्या था पूरा मामला

बतादें कि पौड़ी जिले श्रीकोट की रहने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। अंकिता की इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त को नौकरी लगी थी। परन्तु 20 दिन बाद ही बीती 18 सितंबर को वह रिसोर्ट से रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी। जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। परन्तु जब 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद अंकिता के परिजनों द्वारा इस मामले को जोरशोर से उठाने और डीएम से इस मामले की शिकायत करने के बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया।

जिसके बाद पुलिस जांच में इस मामले में वनंतरा रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की।

आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया। आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल दिया था। जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने पूर्व भाजपा नेता व पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। यह भी खबर आई थी कि अंकिता भंडारी से अनैतिक कार्य के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इस बीच किसी वीआईपी के भी रिसोर्ट में आने की बात भी सामने आई थीं। आरोप है कि अंकिता के मना करने पर आरोपियों ने उसे नहर में धक्का देकर मार दिया था।