राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय कल्जीखाल की सहायक अध्यापिका उषा रावत ने भारत की बेटियों के पहनावे को लेकर कुछ बेहद खूबसूरत पंक्तियाँ लिखी हैं।
पहन-पहन तू कुछ भी पहन।
भारत की बेटी, भारत की बहन।
नील केसरी पहन, श्याम श्वेत पहन।
शुभ हरित पहन, स्वर्ण पीत पहन।
न कोई विवाद बन, तू ऐसा पहन।
न नग्नता पर निनाद कर, तू ऐसा पहन।
रेखा, जया, किरण, सुषमा, ममता, माया।
श्वेता, कश्यप से कोई कह न पाया।
ऐसा पहन, वैसा पहन।
पहन-पहन तू कुछ भी पहन।
तू बेटी दिखे पिता को, ऐसी पहन।
तू बहन दिखे भ्राता को, ऐसा पहन।
तू मां दिखे संतान, को ऐसा पहन।
तू सम्मान दिखे, इंसान को ऐसा पहन।
पहन-पहन तू सब कुछ पहन।
तू शक्ति उक्त दिखे, ऐसा पहन।
तू भक्ति मुक्त दिखे, ऐसा पहन।
तू वेद श्रुति दिखे, ऐसा पहन।
न मुखिया को फिक्र बन, ऐसा पहन।
न संस्कार की भेंट चढ़, ऐसा पहन।
पहन-पहन सब कुछ पहन।
भारत की बेटी, भारत की बहन।
पहन-पहन सब कुछ पहन।
रचित:- उषा रावत सहायक अध्यापिका हिंदी कल्जीखाल।