पौड़ी : उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में पाए जाने वाले जंगली फल बेडू से अब वहां के स्थानीय काश्तकारों की आर्थिकी सुधरेगी। कई औषधीय गुणों से भरपूर पहाड़ी जंगली फल बेडू से अब उन्दा किस्म की वाइन तैयार की जाएगी। फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काम करने वाली एक निजी कंपनी पौड़ी जिले के कोटद्वार में बेडू का प्रोसेसिंग प्लांट लगाएगी। जिसके लिए स्थानीय काश्तकारों व महिला स्वायत्त समूहों के माध्यम से बेडू क्रय किया जाएगा। पहले चरण में तीन सौ किलो बेडू की बिक्री के लिए एक निजी कंपनी के साथ प्रशासन का एमओयू साइन हुआ है।
पौड़ी के डीएम आशीष चैहान ने बताया कि करीब एक हजार किसानों को इसका लाभ मिल सकेगा। रिप (रूरल इंटरप्राइजेज एक्सक्लीरेशन प्रोजेक्ट) और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काम करने वाली एक निजी कंपनी के बीच जिले में बेडू के विक्रय को बढ़ावा देने और उसके वैल्यू एडिशन के संबंध में यह एमओयू हुआ है। इस समझौते के अनुसार संबंधित फूड कंपनी कोटद्वार में बेडू का प्रोसेसिंग प्लांट लगाएगी। कृषि, उद्यान और ग्राम्य विकास अफसरों से भी इसकी जानकारी साझा की गई है। स्थानीय किसानों, काश्तकारों और महिला समूहों के माध्यम से एकत्रित किए जाने वाले बेडू से वाइन का निर्माण किया जाएगा।
कंपनी करीब 4 करोड़ की लागत से प्लांट लागएगी। इसी साल करीब 300 कुंतल बेडू का क्रय किया जाएगा। डीएम डॉ आशीष चैहान ने कहा कि किसानों की उपज को पारदर्शी तरीके से क्रय करने के संबंध में जिला प्रशासन और संबंधित विभागों द्वारा आवश्यक सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने रिप परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप बिष्ट व कृषि, उद्यान और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े अफसरों को निर्देश दिए कि किसानों के माध्यम से बेडू के एकत्रीकरण की प्रक्रिया, एकत्रित किए गए बेडू के क्रय की दरों का निर्धारण कर लिया जाए। इस मौके पर पीडी डीआरडीए संजीव कुमार राय, डीडीओ पुष्पेंद्र चौहान, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी राम सलोने, डीएचओ डीसी तिवारी आदि अफसर भी मौजूद रहे।