उत्तराखंड में राजकीय विद्यालयों में द्विभाषीय किताबों से पढ़ाया जाएगा। सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए उनके विषयों की पुस्तक हिन्दी तथा अंग्रेजी दोनों माध्यमों में निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इसकी घोषणा की। जिसके तहत छात्रों को विज्ञान, गणित और नागरिक शास्त्र की द्विभाषीय किताबें निशुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। एनसीईआरटी की भाषा वाली पुस्तकों को छोड़ बाकी सभी विषय की पुस्तक में बायां पेज हिंदी और दाहिना पेज अंग्रेजी भाषा में होगा। इससे हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के बच्चों के लिए पढ़ाई करना और आसान हो सकेगा। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद इस पर काम शुरू हो गया है।
उत्तराखंड शिक्षा विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि जो विद्यालयी शिक्षा के छात्र हैं, उनकी द्विभाषीय पुस्तक निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। जिसकी मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की है। द्विभाषीय पुस्तक के तहत एक पृष्ठ हिंदी तो दूसरा पृष्ठ अंग्रेजी में होगा। ताकि, बच्चे हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा को समझ सकें। साथ ही कहा कि विज्ञान के कई शब्द हैं, जो हिंदी में काफी कठिन हैं। ऐसे में छात्रों को उस शब्द को अंग्रेजी में पढ़ने में काफी आसानी होगी।
महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि अलग-अलग मंचों पर इस तरह के सुझाव आते रहते थे। सभी को पूरी तरह से अंग्रेजी में करने में दिक्कत होगी, लेकिन जब बच्चे उच्च शिक्षा के लिए तैयारी करते हैं तो उन्हें अंग्रेजी की भी जरूरत होती है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने जो घोषणा की है, उसे जब लागू किया जाएगा। यह कदम शिक्षक और बच्चों के लिए फायदेमंद होगा। कक्षा एक से लेकर 12वीं तक के पुस्तकों में से भाषा को छोड़कर बाकी अन्य विषयों को द्विभाषीय में पब्लिश किया जाएगा।