श्रीनगर गढ़वाल: राजकीय नंदन नगर पालिका जूनियर हाई स्कूल, श्रीनगर में शनिवार को ब्लॉक स्तरीय प्रोजेक्ट कार्य आधारित बाल मेले का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी अश्वनी रावत द्वारा किया गया। बाल मेले में विकासखंड खिर्सू की तीनों न्याय पंचायतों से संकुल स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं एवं उनके मार्गदर्शक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

बाल मेले का शुभारंभ करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी रावत ने कहा कि बाल मेले का उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वाध्याय, जानकारी एकत्र करने, विश्लेषण और निष्कर्ष निकालने की क्षमता विकसित करना है। यह प्रक्रिया शिक्षण को अनुभवात्मक, व्यवहारिक और रचनात्मक बनाती है।

बाल मेले में छात्र-छात्राओं एवं मार्गदर्शक शिक्षक द्वारा विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान विषयों पर आधारित प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए गए। जिसमें छात्र-छात्राओं ने स्वतंत्र चिंतन, अनुसंधान और खोजबीन, लेखन और अभिव्यक्ति कौशल, समस्या समाधान और क्षमता, टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता, रचनात्मक और कल्पना शक्ति, समय प्रबंधन और अनुशासन का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

बाल मेले में छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न थीमों पर अपने प्रोजेक्ट बनाए गए। गणित विषय में “ज्यामितीय आकृतियों का मानव जीवन में उपयोग”, “दैनिक जीवन में आकारों का महत्व” और “डाटा हैंडलिंग” जैसे विषय प्रस्तुत किए गए। सामाजिक विज्ञान में “सड़क सुरक्षा” और “आपदा प्रबंधन” प्रमुख थीम रहीं।

विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान विषयों के लिए गठित निर्णायक मंडल ने प्रोजेक्टों का मूल्यांकन कर प्रत्येक विषय से प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए विजेताओं का चयन किया, जो अब जनपद स्तर पर प्रतिभाग करेंगे।

विजेता छात्र-छात्राएँ

विज्ञान विषय

  1. प्रथम स्थान: शौर्य एवं कुणाल — रा० उ० प्रा० वि० कमेड़ा
  2. द्वितीय स्थान: अनिरुद्ध — रा० इ० का० चोपड़ा
  3. तृतीय स्थान: अनुज — रा० इ० का० स्वीत

गणित विषय

  1. प्रथम स्थान: अंशुमन — रा० इ० का० चौरीखाल
  2. द्वितीय स्थान: योगेश एवं प्रतिज्ञा — रा० उ० प्रा० वि० डांग
  3. तृतीय स्थान: शुभम एवं रक्षित राणा — रा० जू० हा० दत्ताखेत

सामाजिक विज्ञान विषय

  1. प्रथम स्थान: साक्षी एवं मयंक — रा० जू० हा० कमेड़ा
  2. द्वितीय स्थान: सुहाना एवं तनुज — रा० इ० का० देवलगढ़

कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम प्रभारी मुकेश काला सहित जयदयाल चौहान, नवीन धारीवाल, सर्वेश्वर गौड़, मुकेश बहुगुणा, सन्दीप कोहली, हरेन्द्र कुमार, श्रीमती अंकिता, नरेश पंवार, विश्वेश्वर दत्त सेमवाल, श्रीमती जया बहुगुणा, श्रीमती लक्ष्मी जयाड़ा, मनोज नौडियाल, संजय नौडियाल, सुनील चन्द्र सोनी, श्रीमती पूनम रतूड़ी, श्रीमती वंदना पंवार, श्रीमती आशा डिमरी, पदमेन्द्र लिंगवाल आदि शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कार्यक्रम का संचालन मुकेश काला द्वारा किया गया।