नई दिल्ली : पौड़ी गढ़वाल के बीरोंखाल ब्लॉक के देवकुंडई गाँव की 11 वर्षीय बहादुर बेटी राखी को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर उसके अदम्य साहस के लिए राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के तहत मार्कंडेय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शनिवार देर शाम भारतीय बाल कल्याण परिषद की ओर से दिल्ली में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उत्तराखंड की वीर बालिका राखी रावत को आसाम राइफल्स के ले. कर्नल रामेश्वर राय के हाथों राष्ट्रीय वीरता आईसीसीडब्ल्यू मार्कंडेय पुरस्कार दिया गया। राखी को राष्ट्रीय वीरता मेंडल, प्रशस्तिपत्र के साथ 40 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित किया गया। भव्य कार्यक्रम में राखी को सम्मानित होता देख राखी के माता-पिता गदगद हो गए। देश की जानी मानी हस्तियों के बीच अपनी लाडली राखी को वीरता पुरस्कार पाता देख उनकी आंखें छलक गई।
उल्लेखनीय है कि बीते 4 अक्टूबर को पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लॉक के देवकुंडई गाँव में 11 वर्षीय बालिका राखी व उसका 4 वर्षीय छोटा भाई राघव अपनी मां के साथ खेत में गए थे। दोपहर करीब ढाई बजे राखी अपने भाई को कंधे में बैठाकर खेतों से गांव की ओर आ रही थी जबकि उनकी माँ पीछे कुछ दूरी पर थी। इसीबीच रास्ते में घात लगाए बैठे तेंदुए ने अचानक राघव पर हमला कर दिया। यह देखकर राखी बिना घबराये तेंदुए से भिड़ गई और भाई को उसके पंजे से छुड़ाकर सीने से चिपकाकर मुंह के बल लेट गई। इस दौरान तेंदुए ने राघव को छीनने की कोशिश में राखी पर पंजों व दांतों से कई घाव कर दिए परन्तु लहूलुहान होने के बाद भी राखी ने राघव को नहीं छोड़ा। इसी दौरान राखी मां भी वहां पहुंची और उन्होंने शोर मचाया जिसके बाद तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया। तेंदुए के हमले से बुरी तरह घायल राखी व उसके भाई राघव को ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोखड़ा ले जाया गया जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को कोटद्वार बेस अस्पताल लाया गया। इनकी हालत को देखते हुए यहां से राखी को दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल रेफर किया गया था। बाद में राखी का इलाज दिल्ली राममनोहर अस्पताल में हुआ था।
आदमखोर तेंदुए के चंगुल से बचाने के दौरान दिखाए गए अदम्य साहस के लिए पौड़ी जिला प्रशासन की ओर से राखी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार दिए जाने की संस्तुति की गई थी। जिसके बाद गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राखी को राष्ट्रीय वीरता के मार्कंडेय पुरस्कार से सम्मानित किया।
गढवाल हितैषिणी सभा ने दिया वीर बालिका का सम्मान:
अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुऐ गढवाल हितैषिणी सभा ने इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पौड़ी गढवाल जिले की दस वर्षीय बालिका राखी रावत एवं उसके पिता दलवीर रावत व माताजी को सम्मानित किया। गढवाल हितैषिणी सभा ने वीर बाला राखी के अदम्य साहस को देखते हुऐ राखी को प्रोत्साहन स्वरुप इक्यावन सौ रुपये देकर सम्मानित किया। साथ ही राखी के माता-पिता को भी सम्मानित किया।
गढवाल हितैषिणी सभा के महासचिव पवन मैठाणी ने बताया कि आज गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर सभा पदाधिकारियों ने दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर (जहां परिषद् द्वारा 22 वीर बच्चों व उनके माता-पिता को ठहराया हुआ है) जाकर राखी रावत व उसके परिजनों को सम्मानित किया।