अंकिता भंडारी मर्डर केस में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम धामी के निर्देश पर प्रशासन ने भाजपा नेता और पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में आधी रात बुलडोजर चलाया। बताया जा रहा हैं कि पुलिस जांच में इस रिसोर्ट में भारी अनियमिततायें देखने को मिली थी। इसके अलावा यह रिसोर्ट पुल्कित आयर की अय्याशी का अड्डा भी था। वहीँ आरोपियों की संपत्ति पर भी कारवाई की जा रही है। इसके साथ मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड के सभी रिजॉर्ट की जांच के लिए जिलाधिकारियों को आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जो रिजॉर्ट अवैध बने हैं या अवैधानिक रूप से संचालित हैं, उनके खिलाफ तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जाए।
सीएम धामी ने दिये SIT जांच के निर्देश
उत्तराखंड में रिसेप्स्निस्ट अंकिता हत्याकांड को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अपनाया है। इस मामले में एसआईटी (SIT) का गठन किया गया है। आज सुबह SDRF को चीला नहर के पास पीड़िता का शव मिला था। आरोपियों ने पीड़िता की हत्या कर चीला नहर में उसका शव फेंक दिया था।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा करवाई भी कल देर रात की गई है। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आज प्रातः काल बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया।
आज प्रातः काल बेटी अंकिता का पार्थिव शव बरामद कर लिया गया। इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक पी। रेणुका देवी जी के नेतृत्व में SIT का गठन कर इस गंभीर मामले की गहराई से जांच के भी आदेश दे दिए हैं।
ये है अब तक का पूरा मामला
अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर पूरा उत्तराखंड गुस्से में है। वहीं अंकिता का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। अंकिता की हत्या के माले में पुलिस ने रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 201, 120-B के तहत केस दर्ज किया गया है। हत्या का मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य का बेटा है। 19 वर्षीय अंकिता भंडारी ऋषिकेश-चीला मोटर मार्ग पर गंगा भोगपुर क्षेत्र में स्थित रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थी। अंकिता 18-19 सितंबर से गायब थी। 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे में नहीं दिखी। उसके पिता रिसॉर्ट पहुंचे और कर्मचारियों से पूछताछ की। बेटी का पता नहीं चलने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
सोशल मीडिया पर गुमशुदा की तलाश के लिए कैंपेन चल रहा था। पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपी पहले कहानी बताते रहे बाद में सख्ती करने पर सभी ने सच्चाई बयां कर दी। शुक्रवार को सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस से जानकारी जुटाने के बाद जब अंकिता भंडारी मर्डर केस में भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलकित के साथ उसके दो अन्य साथियों अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को भी अरेस्ट किया गया है।
तीनों आरोपियों को पकड़कर जीप से थाने ले जा रही थी तभी भीड़ ने जीप को रोक लिया। भीड़ ने आरोपियों को जमकर पीटा। उनके कपड़े तक फाड़ दिए। वहीं लोगों ने पुलकित के रिजॉर्ट में भी जमकर तोड़फोड़ की है। भीड़ का गुस्सा इतना ज्यादा था कि अगर पुलिस न होती तो इन आरोपियों का बच पाना मुश्किल था। पूछताछ के दौरान पुलकित आर्य ने पुलिस को एक मनगढ़ंत कहानी सुनाई कि रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी रिसॉर्ट के एक अलग कमरे में रहती थी। कुछ दिनों से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी। इसी के चलते 18 सितंबर को उसे ऋषिकेश घुमाने के लिए ले गए थे। उसने आगे बताया कि देर रात सभी वहां से वापस लौट आए। इसके बाद रिजॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सभी लोग सोने चले गए। मगर, 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी। पुलिस जांच में यह कहानी झूठी पाई गई।
पुलिस ने पहले रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश जाते समय अंकिता इन लोगों के साथ थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। वहीं पुलिस ने ऋषिकेश जाने के दौरान रास्ते के सीसीटीवी भी चेक किए। इनमें देखा गया कि जाते हुए चार लोग थे, लेकिन वहां से आते हुए तीन लोग थे। इसके बाद पुलिस ने तीनों से सख्ती से पूछताछ की। आरोप है कि अंकिता को तीनों आरोपियों ने पहाड़ी से नीचे गंगा में धक्का देकर मार डाला। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह तीनों अंकिता को लेकर बैराज तक आए। यहां सभी ने शराब पी। इसके बाद अंकिता धमकी देने लगी कि वह सभी को बता देगी कि पुलकित उस पर रिजॉर्ट के कस्टमर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता है।
पहले यह मामला राजस्व पुलिस के पास था। बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए इसके बाद इसे लक्ष्मण झूला पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। मामले में पौड़ी के डीएम ने लापरवाही बरतने पर पटवारी विवेक कुमार को निलंबित कर दिया है। मौजूदा समय में विनोद आर्य बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और यूपी के सह प्रभारी भी हैं। वो पूर्व में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। उनके दूसरे बेटे अंकित को राज्य मंत्री का दर्जा मिला है। वह इस वक्त राज्य पिछड़ा आयोग में उपाध्यक्ष है। विनोद आर्य ने बेटे पर लगे आरोपों को झूठ बताया है।
बता दें कि अंकिता भंडारी का परिवार ग्राम श्रीकोट, पट्टी नादलस्यूं, पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की रिसोर में की गई बुलडोजर कार्रवाई के बाद भी लोगों में गुस्सा बना हुआ। आक्रोशित लोग आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें:
अंकिता भंडारी का शव SDRF ने किया बरामद, पिता और भाई ने की पुष्टि