देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार को हिमालय दिवस पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि देश में 33 साल बाद आ रही नई शिक्षा नीति में पर्यावरण और जल संरक्षण को तवज्जो मिलेगी। ‘एक पेड़ एक छात्र’ की मुहिम को पाठ्यक्रम में शामिल करने की कोशिश की जाएगी। इसके साथ ही ‘ग्रेस मार्क्स’ की जगह ‘ग्रीन मार्क्स’ को भी नीति में शामिल किया जाएगा।
हिमालय दिवस पर अपने संबोधन में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि भारत भूमि के प्राकृतिक प्रहरी, अनन्य सदानीरा नदियों के उद्गम, बहुमूल्य जड़ी-बूटियों के स्रोत तथा अगणित खूबियों से युक्त भारत वर्ष के ताज “हिमालय” के संरक्षण हेतु समर्पित “हिमालय दिवस” के अवसर पर देशवासियों को मेरा आह्वान है कि हिमालय व इसकी विविधताओं के संरक्षण व संवर्धन का प्रण करें। उन्होंने कहा कि हिमालय का अपना अलग भूगोल, पारिस्थितिकी और पर्यावरण तंत्र है। इसकी पृथक सामाजिक आर्थिक और सांस्कृतिक पहलू है। और इन सबके बारे में हमे शिद्दत से पूरी गम्भीरता से सोचने के साथ हिमालय के संरक्षण व संवर्धन के लिए सभी को संकल्पित होना होगा।
भारत भूमि के प्राकृतिक प्रहरी, अनन्य सदानीरा नदियों के उद्गम, बहुमूल्य जड़ी – बूटियों के स्रोत तथा अगणित खूबियों से युक्त भारत वर्ष के ताज “हिमालय” के संरक्षण हेतु समर्पित “हिमालय दिवस” के अवसर पर देशवासियों को मेरा आह्वान है कि- हिमालय pic.twitter.com/ZjWBpn3YOG
— Dr Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) September 9, 2019