देहरादून : कोरोना संक्रमण को देखते हुए चारधाम यात्रा संचालित किए जाने को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है। तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज के विरोध को देखते हुए उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड द्वारा सिर्फ चमोली जिले के बद्रीनाथ क्षेत्र के मूल स्थानीय निवासियों को ही बद्रीनाथ धाम की यात्रा करने की छूट दी गई है। यहां तक कि चमोली जिले के अन्य क्षेत्र, प्रदेश के दूसरे जिलों, दूसरे राज्यों एवं देश दुनिया के लोग चारधाम यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मुताबिक फिलहाल यह व्यवस्था 30 जून तक प्रभावी रहेगी। चमोली जिला प्रशासन, धर्माधिकारी, बद्रीनाथ मंदिर समिति, बद्रीनाथ पंडा समाज, होटल व्यवसायियों, टैक्सी यूनियन और व्यापार संघ के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक के बाद बद्रीनाथ यात्रा को लेकर निम्न फैसले लिए गए।
1. श्री बदरीनाथ मंदिर के दर्शन की अनुमति सिर्फ बामणी गांव, माणा गांव और नगर पंचायत क्षेत्र बदरीनाथ के मूल स्थानीय निवासियों को होगी। जो इन क्षेत्रों में पहले से रह रहे हैं उन्हीं को बदरीनाथ दर्शन की अनुमति होगी।
2. बाहरी देशों, बाहरी राज्यों और उत्तराखंड के बाकी जिलों के अलावा चमोली जिले के अन्य स्थानों के व्यक्तियों को भी दर्शन की अनुमति नहीं होगी।
3. श्रद्धालु सिंहद्वार से अंदर मुख्य द्वार के मचान से ही भगवान बदरीनाथ के दर्शन कर सकेंगे।
4. श्री बदरीनाथ मंदिर में दर्शन का समय सुबह 7:00 से शाम के 7:00 बजे तक रहेगा।
5. श्रद्धालुओं को बदरीनाथ मंदिर में दर्शन के लिए टोकन प्राप्त करने होंगे। जो देवस्थानम बोर्ड द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराए जायेंगे।
6. नगर पंचायत बद्रीनाथ में पंजीकृत 19 साधु-संतों को जो जनपद में एक माह से ज्यादा वक्त निवास कर रहे हैं उन्हें बदरीनाथ में अपनी कुटिया या मठ में जाने की अनुमति उपजिलाधिकारी जोशीमठ के स्तर से प्रदान की जा सकेगी।
7. श्रीं बदरीनाथ धाम में दुकानदारों, होटल व्यवसायियों को अपने होटलों/दुकानों/धर्मशालाओं को देखने के लिए पहले चरण में एक दिन की अनुमति (सुबह 7:00 से शाम के 7:00 बजे तक) कुछ शर्तों के साथ मिलेगी। उसके बाद ही उन्हें होटलों या दुकानों में मरम्मत के काम की अनुमति मिलेगी। यहां मरम्मत के काम के लिए जिन मजदूरों को लाया जाएगा उनके नाम आधार कार्ड सहित उपलब्ध करवाने होंगे।
8. जिन होटलों/दुकानों/धर्मशालाओं के मालिक वर्तमान में अन्य राज्यों/उत्तराखंड के अन्य जिलों में रह रहे हैं उन्हें बद्रीनाथ धाम में अपने होटलों/दुकानों/धर्मशालाओं को खोलने की अनुमति नहीं है।
9. यह पूरी व्यवस्था 30 जून तक लागू रहेगी।