Cloudburst in Thalisain pauri: पौड़ी गढ़वाल के थलीसैण ब्लॉक के अंतर्गत चोपडाकोट पट्टी के ग्राम रौली में बादल फटने से भारी नुकसान की खबर है। कल देर रात करीब 11 बजे थलीसैण ब्लॉक के ग्राम रौली में बादल फटने से चन्दन सिंह की गौशाला पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त हो गयी। जिसके चलते गौशाला में बंधे 2 बैल और 1 बकरी की मौत हो गयी है। वहीँ एक अन्य गौशाला भी आंशिकरूप से क्षतिग्रस्त बताई गयी है। बादल फटने से गांव के आसपास कई खेत भी तबाह हो गए हैं। इसके अलावा और भी नुकसान की खबर है। साथ ही भारी बारिश से मोटरपुल टूट गया है। जिसके चलते पुल से आवाजाही भी बंद हो गई है। हालांकि घटना से कोई जनहानि नहीं हुई है।
उप जिलाधिकारी थलीसैण अजय वीर सिंह ने बताया कि प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उक्त गांव में खेतों का भी कटान हुआ है। जानवरों की मृत्यु हुई है। इसके साथ ही पुल को भी नुकसान हुआ है। पूरी घटना में नुकसान का आकलन किया जा रहा है। राहत की बात ये है कि किसी तरह की जन हानि नहीं हुई है।
पीठसैंण-बूंगीधार मोटरमार्ग पर बना पुल क्षतिग्रस्त
थलीसैंण क्षेत्र में बदल फटने और भारी बारिश के चलते पीठसैंण-बूंगीधार मोटरमार्ग पर बगवाड़ी के पास लोनिवि के मोटरपुल के दोनों तरफ की दीवारें, पीलर टूटने से क्षतिग्रस्त हो गई। जिस पर जिला प्रशासन ने यहां पर वाहनों व पैदल आवाजाही पूर्णरूप से बंद कर दी है। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस स्थान पर पैदल वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जा रहा है। क्योंकि यहां से आवागमन करना खतरनाक साबित हो सकता है।
क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक आनंदपाल ने बताया कि बादल फटने से रौली गांव में चंदन सिंह की गोशाला पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त हो गई। जिसमें 2 बैल व 1 बकरी की मौत हो गई। साथ ही पीठसैंण-बूंगीधार मोटरमार्ग पर बगवाड़ी के पास लोनिवि के मोटरपुल के दोनों तरफ की दीवारें, पीलर टूटने से क्षतिग्रस्त हो गई। जिस पर जिला प्रशासन ने यहां पर वाहनों व पैदल आवाजाही पूर्णरूप से बंद कर दी है। उन्होंने बताया कि लोनिवि द्वारा उक्त स्थान पर पैदल वैकल्पिक मार्ग तैयार किया जा रहा है। बादल फटने से कृषि भूमि को भी क्षति पहुंची है। क्षति का विस्तार से संवेक्षण किया जा रहा है। डीएम डॉ आशीष चौहान ने बताया कि संबंधित एसडीएम व अफसरो को क्षेत्र में राहत बचाव कार्य में तेजी लाते हुए ग्रामीणों को सभी व्यवस्थांए देने के निर्देश दिए है।
गैरसैंण को जोड़ने वाला रानीखेत कर्णप्रयाग नेशनल हाईवे ध्वस्त
पहाड़ों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। जिसके चलते अधिकाशं सड़कें एवं पैदल मार्ग छतिग्रस्त है। इसबीच ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को जोड़ने वाला रानीखेत कर्णप्रयाग नेशनल हाईवे गैरसैंण के आगे कालीमाटी में पूरी तरह टूट गया है। इस हाईवे पर कनेक्टिविटी बंद हो गई है। नेशनल हाईवे के दोनों ओर वाहनों की कतार लगी है। एनएच जिस तरह क्षतिग्रस्त हुआ है उसे देखकर लग रहा है कि इसे बनाने में काफी समय लगेगा। इसी मार्ग से कर्णप्रयाग होते हुए चौखुटिया और द्वाराहाट होकर रानीखेत पहुंचते हैं। चौखुटिया, मासी, भिकियासैंम और भतरौंजखान होते हुए यही नेशनल हाईवे रामनगर तक जाता है।