cloud burst in pithoragarh uttarakhand

पिथौरागढ़ : उत्‍तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में शनिवार के बाद एक बार फिर रविवार रात को बादलों ने तबाही बचाई है। जिले के गैला गाँव में रविवार देर रात बादल फटने से एक मकान मलबे में जमीदोज हो गया। इस हादसे में 3 लोगों के मौत की सूचना आ रही है। वहीं इसी तहसील के टांगा गांव में भूस्खलन के दौरान पहाड़ी से आये मलबे के साथ तीन मकान भी बह गए। टांगा गांव में 11 लोग लापता बताए जा रहे हैं। सूचना पर एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन टीम, एसडीएम, विधायक घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। दोनों गावों में ग्रामीण खोज और बचाव कार्य मे जुटे हैं। भारी बारिश होने के कारण जगह-जगह रास्ते टूट गए हैं। सड़क पर मलबा आने के कारण टनकपुर-तवाघाट हाईवे बन्द हो गया है।

इससे पहले शनिवार रात भी पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने से तबाही मची थी। शनिवार रात को मुनस्यारी और बंगापानी क्षेत्र में बादल फटने तथा भारी बारिश से जमकर कहर बरपा था। बादल फटने तथा भारी बारिश से गोरी नदी का जलस्तर बढ़ने से छोरीबगड़ गांव के 5 मकान बह गए थे। मुनस्यारी के धापा गांव में भूस्खलन के दौरान अपनी मां के साथ सुरक्षित स्थान की ओर जा रहा पांच साल का बच्चा भी बह गया था। गनीमत रही कि नाले में सड़क से होते हुए एक खेत में बने छोटे गड्ढे में गिर था, पांच घंटे बाद उसे सुरक्षित बरामद किया गया। बच्चे की तलाश में मां की हालत खराब हो गई। दोनों को मुनस्यारी अस्पताल भेजा गया है। पिथौरागढ़ के डीएम वीके जोगदंडेका कहना है कि सभी प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि लोगों को मुआवजा प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 30 और घर खतरे में हैं। भारी वर्षा से क्षेत्र में 37 गांवों में विद्युत व्यवस्था प्रभावित हुई है। विभाग की टीम क्षेत्र में कार्य कर रही है। शीघ्र ही रिस्टोरेशन का कार्य पूर्ण हो जाएगा। मौसम विभाग अनुसार यहां अगले दो दिनों तक भारी बारिश परेशानी का सबब बन सकती है।