इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तहसील परिसर सल्ट से खुमाड़, सल्ट में भव्य शहीद स्मारक बनाए जाने, 5 सितम्बर शहीद दिवस पर आयोजित मेले को राजकीय मेला घोषित किए जाने एवं स्वतन्त्रता संग्राम सैनानी शहीद चूडामणि राजकीय इण्टर कालेज खुमाड़ मैदान में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाए जाने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री धामी ने शक्तिपीठ भीना देवी मन्दिर के सम्पर्क मार्ग के अवशेष भाग का नव निर्माण किए जाने, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय औनेड़ी तराड का नव भवन निर्माण किए जाने, राजकीय पॉलिटेक्निक सल्ट में सिविल ट्रेड की स्वीकृति प्रदान किए जाने, राजकीय आदर्श विद्यालय देवायल, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोटाचामी, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नैकणा व राजकीय प्राथमिक विद्यालय बेसड़ी का नव भवन निर्माण किए जाने, अल्प विकसित पर्यटक स्थल मल्ला गड़कोट, थल्माड एवं खटलगाँव का सौन्दर्यीकरण किए जाने, सल्ट के अति दुर्गम क्षेत्र भीताकोटखाल, मरचूला एंव तराड़ में ए.एन.एम. सेन्टर की स्वीकृति प्रदान किए जाने, राजकीय इण्टर कालेज नेलवालपाली का नाम स्वतन्त्रता संग्राम सैनानी शहीद अम्बा दत्त जी के नाम किए जाने, तल्ला मानिला मन्दिर स्थित विशेष अतिथि गृह का निर्माण किए जाने, देघाट – चिन्तोली मोटर मार्ग का नाम बदलकर स्वतन्त्रता संग्राम सैनानी शहीद हरिकृष्ण हीरामणि जी मोटर मार्ग लिए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 5 सितंबर ‘सल्ट क्रांति’ में शहीदों को भावमीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अंग्रेजों से लोहा लेते समय खुमाड़ क्षेत्र के शहीद हुए स्व० खीमानन्द एवं उनके सगे भाई स्व० गंगाराम सहित स्व० बहादुर सिंह एवं स्व० चूड़ामणि ने क्षेत्र के साथ अपना नाम अमर किया है। उन्होंने कहा सल्ट के इन महान् क्रांतिकारियों ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता आन्दोलन के इतिहास में उत्तराखण्ड का नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित किया है। सल्ट क्रांति- स्वाधीनता आन्दोलन का एक अविस्मरणीय अध्याय रहा है। सल्ट क्षेत्र में आजादी की लड़ाई की शुरुआत कुली बेगार आन्दोलन के तहत ब्रिटिश हुकुमत के दमनकारी फैसलों की प्रतिक्रिया के कारण हुई थी। इस क्षेत्र की जनता ने एक स्वर में कुली बेगार न देने का संकल्प किया। उन्होंने कहा आजादी की लड़ाई में खासकर सल्ट क्रांति को संचालित करने में उत्तराखंड के शिक्षकों की अहम भूमिका रही थी। सन् 1942 में महात्मा गांधी के ‘भारत छोड़ो और ‘करो या मरो’ के नारे की सल्ट क्षेत्र में जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई। सल्टवासियों की इसी देशभक्तिपूर्ण शहादत के कारण गांधीजी ने इस क्षेत्र को कुमाऊँ की बारदोली कहा था।
सांसद अजय टम्टा ने कहा कि जिन अमर शहीदों की सहादातों से देश आजाद हुआ उन सभी ज्ञात अज्ञात को नमन करता हूं एवं श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के यशस्वी युवा मुख्यमंत्री द्वारा सल्ट क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न योजनाओं के तहत वित्तीय स्वीकृति दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना के सपनो को साकार करने के लिए विधायक महेश जीना लगातार अपनी पूरी ताकत से जूते हैं।
विधायक महेश जीना ने सल्ट क्रांति में शहीद हुए क्रांतिकारियों को नमन किया। साथ ही उन्होंने इस ऐतिहासिक स्थल पर आने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सल्ट विधानसभा के विकास के लिए समर्पण के साथ कार्यरत हूं, उन्होंने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार कई कड़े फैसले ले रही है साथ ही राज्य के विकास के साथ ही सल्ट का विकास भी तीव्र गति के साथ आगे बढ़ रहा है।
इस दौरान विधायक प्रमोद नैनवाल पूर्व विधायक महेश नेगी, भाजपा जिला अध्यक्ष रवि रौतेला, बीजेपी मंडल अध्यक्ष सल्ट विक्रम बिष्ट, जिलाधिकारी वंदना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय, अपरजिलाधिकारी सीएस मर्तोलिया, उपजिलाधिकारी गौरव पांडे एवं अन्य लोग मौजूद रहे।