देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का चंपावत विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। चंपावत से वर्तमान विधायक कैलाश गहतोड़ी मुख्यमंत्री के लिए अपनी सीट खाली करने जा रहे हैं। गुरुवार को वह विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौपेंगे। माना जा रहा है कि जून तक उपचुनाव हो सकता है। गौरतलब है कि धामी अपनी विधानसभा खटीमा से चुनाव हारने के बाद भी मुख्यमंत्री बने हैं इसलिए उन्हें उपचुनाव जीतकर विधानसभा सदस्यता सुनिश्चित करनी है।
बता दें कि हाल ही में उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की थी। बीजेपी ने 70 सीटों में 47 पर विजय हासिल की थी। जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को मात्र 19 सीटों पर संतोष करना पड़ा। परन्तु इस चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट खटीमा से चुनाव हार गए थे। बावजूद इसके बीजेपी हाईकमान ने धामी पर विश्वास जातते हुए उन्हें दूसरी बार राज्य का मुख्यमंत्री बनाया। जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को छह महीने के भीतर विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना जरूरी है। अब खबर आ रही है कि वह चंपावत विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ेंगे। यहां के विधायक कैलाश गहतोड़ी अपनी सीट खाली करने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के लिए गहतोड़ी एक दो दिनों में विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं।
चंपावत सीट को जातिगत समीकरणों के आधार पर धामी के लिए मुफ़ीद माना गया। चंपावत धामी की परंपरागत खटीमा सीट से लगी हुई है इसलिए वह यहां के राजनीतिक, जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों से परिचित भी हैं। ऐसे तमाम कारणों से ये सीट धामी की सबसे पसंदीदा और सुरक्षित सीटों में मानी जा रही है।
बहरहाल सीएम धामी का कहना है कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेताओं के समक्ष रख दी है। बहुत सारे विधायकों ने उनसे अपनी सीट खाली करने की इच्छा जताई है। दो दिन के भीतर सारी तस्वीर साफ हो जाएगी। वहीं विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि वह जल्द देहरादून में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। इसमें वह अपनी सीट छोड़ने का ऐलान करेंगे।



