देहरादून: वीरभूमि उत्तराखंड के हल्द्वानी के चाँदनी चौक बल्यूटिया ग्राम सभा के निवासी और मूलरूप से थराली के रहने वाले 13 असम राइफल्स के हवलदार रणबीर सिंह रावत सेलून मणिपुर में पेट्रोलिंग के दौरान उल्फा आतंकवादियों के गुट द्वारा किए गए हमले में गोली लगने से शहीद हो गए। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मणिपुर में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हुए उत्तराखंड के लाल रणवीर सिंह रावत को नमन किया है। सीएम रावत ने ट्वीट किया कि देश की रक्षा के लिए अदम्य साहस एवं शौर्य का परिचय देने वाले सैन्यधाम के हमारे वीर शहीद को कोटिशः नमन।
एक ओर जहां हमें अपने शहीद की शहादत पर गर्व है वहीं उन्हें खोने का भी बेहद दुःख है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को सम्बल प्रदान करें। राज्य सरकार इस दुःख की घड़ी में शहीद के परिजनों के साथ खड़ी है।
मूल रूप से चमोली जिले के थाला गांव निवासी रणवीर सिंह रावत 13 असम राइफल की ब्रैवो कंपनी में हवलदार थे। उनकी तैनाती सैलून में थी। रात्रि गश्त के बाद 27 जनवरी की सुबह उनकी टुकड़ी पेट्रोलिंग करके वापस लौट रही थी। इसी दौरान सुबह करीब 9:30 बजे उग्रवादियों ने टुकड़ी पर हमला कर दिया। दुश्मनों से लोहा लेते समय रणवीर सिंह बाएं पैर में दो गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। साथी जवान उनको अस्पताल लेकर गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके पार्थिव शरीर को घर लाने के बाद गमगीन माहौल में चित्रशिला घाट में उनकी अंत्येष्टि कर दी गई। चिता को मुखाग्नि बेटे मनीष ने दी।