पौड़ी : उत्तराखंड में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लम्बे इंतजार के बाद आखिकार शनिवार देर रात 53 प्रताशियों की घोषणा कर दी गई है। पौड़ी विधानसभा आरक्षित सीट पर कांग्रेस ने एक बार फिर 2017 में रहे पूर्व प्रत्याक्षी नवल किशोर पर दांव खेला है। एक ओर जहाँ भाजपा ने अपने सिटिंग विधायक को दरकिनार कर इस बार राजकुमार पोरी को अपना उम्मीदवार बनाया। वहीँ कांग्रेस ने पूर्व प्रत्याक्षी नवल किशोर पर विश्वास जताया है। नवल किशोर 2017 में मोदी लहर में भाजपा के मुकेश कोली से 7030 मतों से हार गए थे। कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रत्याशी नवल किशोर के मैदान में उतरने से अब पौड़ी विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है।
हालाँकि पार्टी हाईकमान के इस फैसले से कांग्रेस में बगावत के सुर उठने लगे हैं। बता दें कि इस बार कांग्रेस की ओर से 14 दावेदार मैदान में थे। परन्तु आख़िरकार हाईकमान ने पूर्व प्रत्याशी नवल किशोर पर ही भरोसा जताया। जिसके बाद टिकट काटे जाने से नाराज पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित प्रकोष्ट तामेश्वर आर्य ने पार्टी छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जबकि अन्य दावेदार विनोद दनौसी ने अपने समर्थकों के साथ बातचीत के बाद आगे की रणनीति तय करने की बात कही है।
तामेश्वर आर्य ने तो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर टिकट बंटवारे को लेकर तंज कसते हुए लिखा है कि उन्हें अफसोस है। उन्होंने लंबे समय से पार्टी की सेवा की लेकिन पार्टी से उन्हें कुछ मिला नहीं है। तामेश्वर आर्य ने पार्टी छोड़ने की भी धमकी देते हुए चुनाव लड़ने की भी बात लिखी है। उन्होंने लिखा है “प्रिय साथियों आपकी भावनाओं की कद्र करते हुए मैं चुनाव लड़ूंगा और अपनी विधानसभा के लिए मैंने जो सपने संजोए हुए है। उन्हें सकारात्मक सोच के साथ पूरा करूंगा। मैंने अब कांग्रेस पार्टी छोड़ने का मन बना लिया है। जब पार्टी ने मेरी आज तक कद्र नहीं की तो ऐसी पार्टी में रहने का कोई औचित्य भी नहीं रह गया”।
वहीँ इसी सीट से एक अन्य प्रबल दावेदार विनोद दनोसी ने बातया कि वे कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे। क्योंकि वह पिछले चार सालों से मेहनत कर तैयारियां कर रहे थे।
पौड़ी से जगमोहन डांगी की रिपोर्ट