ओंकारानंद सरस्वती राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग टिहरी गढ़वाल में प्रभारी प्राचार्य डॉ अर्चना धपवाल की अध्यक्षता में राजनीति विज्ञान विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के संयुक्त तत्वावधान में ‘संविधान दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न प्राध्यापकों द्वारा संविधान निर्माण की महत्ता पर व्याख्यान दिए गए।
डॉ. मनोज कुमार (असिस्टेंट प्रोफेसर इतिहास) ने मंच संचालन करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ शुभकामना संदेश के साथ किया साथ ही संविधान के मूल्यों एवं सिद्धांतों के बारे में जानकारी दी और संविधान निर्माण के प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला। डॉ. अमित कुमार (असिस्टेंट प्रोफेसर शिक्षाशास्त्र) ने संविधान स्थापना दिवस का सार देते हुए संविधान निर्माण क्यों हुआ, संविधान स्थापना दिवस क्यों मनाया जाता है आदि पर विशेष व्याख्यान दिया। साथ ही बताया कि संविधान के स्थापना दिवस को मनाया जाना जितना आवश्यक है, उतना ही आवश्यक संविधान के तथ्यों की जानकारी का होना भी है। क्योंकि आज प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा में संविधान संबंधी तथ्यों से बहुत प्रश्न किए जाते हैं।
अंत में प्राचार्या ने संविधान स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संविधान के बिना मनुष्य का जीवन अनियमित और अव्यवस्थित है। छात्र छात्राओं को संविधान की प्रथम बैठक से लेकर आज तक संविधान में हुए बदलावों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत एक बहुत बड़ा लोकतांत्रिक देश है और इसका सबसे बड़ा लिखित संविधान है जो एक गर्व की बात है। उन्होंने महान विभूतियों को याद करते हुए नमन किया जिनका संविधान निर्माण में योगदान रहा है।
कार्यक्रम का समापन शपथ ग्रहण के साथ हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे।