श्रीनगर गढ़वाल : समावेशित शिक्षा के अन्तर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल सभागार में विकासखंड खिर्सू के विद्यालयों में अध्ययनरत और गृह आधारित विशेष आवश्यकता वाले बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षकों का परामर्श एवं वातावरण निर्माण शिविर आयोजित किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी पीएल भारती और प्रधानाचार्य श्रीमती सुमन पंवार ने शिविर का शुभारंभ करते हुए उपस्थित अभिभावकों से रूबरू होते हुए उन बच्चों की देखभाल शिक्षा, स्वास्थ्य पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई। उप शिक्षा अधिकारी खिर्सू प्रेम लाल भारती ने इन छात्रों के लिए विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न क्रियाकलापों की जानकारी से अवगत कराते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोडने हेतु 3 दिसंबर को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस दिव्यांग व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति करुणा और दिव्यांगता के मुद्दों की स्वीकृति को बढ़ावा देने और उन्हें आत्मसम्मान ,अधिकार और विकलांग व्यक्तियों के बेहतर जीवन के लिए समर्थन प्रदान करने के लिए एक उद्देश्य के साथ मनाया जाता है। दिव्यांगों की जागरूकता राजनीतिक वित्तीय और सामाजिक, सांस्कृतिक जीवन के हर पहलू में दिव्यांग बच्चों को लिया जाना शामिल है। पूर्ण सहभागिता एवं समावेश सहित सत्यनिष्ठा, गरिमा तथा सम्मान का,मानवीय विविधता का उपभोग, मानवीय अन्तर्निभरता का, शर्मिन्दगी, अपशब्द अथवा अन्य किसी प्रकार से अशक्तिकरण तथा रूढ़िबद्धता से मुक्त जीवनयापन का,अन्य के साथ समानता के आधार पर सभी नागरिक, राजनीतिक एवं सामाजिक आर्थिक अधिकार, जिनकी गारंटी अन्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय कानूनों में दी गयी है – का उपभोगकर्त्ता होना दिव्यांगता के अधिकारो में शामिल है।
रफाएल्स सेण्टर से नीरज भट्ट और प्रशान्त शर्मा एडुकेटर राफाएल सेण्टर देहरादून ने परामर्श एवं वातावरण निर्माण का मुख्य उद्देश्य मुख्य रूप से दिव्यांग व्यक्तियों की सक्रियता और समाज और जीवन विकास में पूर्व से भाग लेने के लिए और उन्हें अन्य नागरिकों के बराबर पूरा अधिकार देने के साथ ही मनुष्य के अधिकारों में विभाजित किया गया है ।जो कि पूर्ण भागीदारी और समानता सामाजिक आर्थिक विकास के उत्पन्न लाभ में बराबर का हिस्सा आदि से संबंधित है ।सरकार द्वारा दिव्यांग व्यक्तियों एवं बच्चों हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं विकलांगता प्रमाणपत्र की जानकारी अभिभावकों को दी गई।योजना के उददेश्य समान अवसर, समानता, सामाजिक न्याय और विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए सुगम वातावरण सृजित करना।
सहायक समाज कल्याण अधिकारी खिर्सू अनिल सेमवाल ने भी दिव्यांग बच्चों को विभाग द्धारा दी जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी गई।यात्रा में छूट, भरण पोषण भत्ता, आयकर में छूट आदि। आयोजन में उपस्थित अभिभावकों ने इस प्रकार के बच्चों की देखभाल देखरेख में आने वाली दिक्कतों और उसके संबल पक्ष को सदन में बताया।
डायट चडीगॉंव से वरिष्ठ प्रवक्ता जगमोहन कठैत द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।
परामर्श एवं वातावरण निर्माण शिविर में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षकों में हितेश पुत्र राम सिंह, रिया पुत्री देवेन्द्र लाल, शिवांग पुत्र मनोज कुमार, शिक्षिका श्रीमती आरती थपलियाल, पदमेन्द्र लिंगवाल रोहित देवरानी आदि। कार्यक्रम के आयोजन में 08 बच्चों और 11 अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुकेश काला और मुकेश गौतम द्वारा किया गया।