Nizami Bandhu Qawwal

श्रीनगर गढ़वाल : श्रीनगर के जीआईएण्डटीआई मैदान में आयोजित वैकुंठ चतुर्दशी मेले की सातवीं सांस्कृतिक संध्या विश्व विख्यात सूफी गायक निजामी बंधुओं (चांद निजामी, शादाब निजामी, शोहराब निजामी और गुलखान निजामी) के नाम रही। शनिवार की रात निजामी बंधुओं के भरदो झोली मेरी या मोहम्मद, लौट कर मैं ना जाऊंगा खाली…, मेरे रश्के कमर तूने पहली नजर, दमादम मस्त कलंदर, अली दा पहला नंबर.., छाप तिलक सब छीनी रे तो से नैना मिला के.. आदि खूबसूरत कव्वालियां सुनाकर उपस्थित दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीँ कौमी एकता का संदेश देती कव्वाली दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए के माध्यम से लोगो के अंदर देशभक्ति जोश भर दिया।

उत्तराखंड के पहाड़ों की खूबसूरती को देखकर निजामी बंधुओं ने कहा कि हर कोई बार-बार यहाँ आने को मजबूर होगा। उन्होंने फिर से यहाँ आने की भी इच्छा जताई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कांग्रेसी नेता मनीष खंडूड़ी, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी, प्रदेश महासचिव राजपाल सिंह बिष्ट, अपर जिला अधिकारी पौड़ी शिव कुमार बरनवाल, सिविल जज श्रीनगर अमित कुमार, नगर पालिका अध्यक्ष पूनम तिवाड़ी, नवल किशोर, प्रदीप तिवाड़ी और महेश गिरि आदि मौजूद थे।