पौड़ी : पौड़ी गढ़वाल के राठ क्षेत्र में लगने वाले प्रसिद्द बूंखाल कालिंका मेले में शनिवार को हजारों की भीड़ उमड़ी। कभी पशुबलि के लिए प्रसिद्ध रहे थलीसैंण ब्लॉक के बूंखाल स्थित मां कालिंका मंदिर में कोविड काल के बाद पहली बार आयोजित मेले में सुबह से ही आसपास के गावों से देव डोलिया मंदिर परिसर में पहुंचनी शुरू हो गई थी। इस दौरान मां के जयकारों से यहां का माहौल दिन भर भक्ति में डूबा रहा। इस दौरान मेले में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने एक के बाद एक जागरों की शानदार प्रस्तुतियां दी। जिन पर श्रद्घालु जमकर थिरकते नजर आए।
कभी पशुबलि के लिए विख्यात रहे बूंखाल मेले में सैकड़ों भैंसे/बकरों की बलि माँ काली को चढ़ाई जाती थी। पौड़ी गढ़वाल में पशुबलि के लिए प्रसिद्ध रहे इस स्थल पर पिछले कई वर्षों से बलिप्रथा पूरी तरह से खत्म हो गई है। हालाँकि बलिप्रथा ख़त्म होने के बाद भी इस मेले का महत्व कम नहीं हुआ है। क्षेत्र की जनता को मेले का उसी बेसब्री से इन्तजार रहता है।
इस दौरान राजनितिक दलों से जुड़े स्थानीय नेता भी मां कलिंका के दर्शन करने यहाँ पहुंचे। जिनमे मुख्यरूप से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की पत्नी डॉ. दीपा रावत ने मंदिर में पूजा अर्चना के साथ ही परिसर में भंडारे का आयोजन किया। इसके अलावा उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी मां कालिंका के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कोषाध्यक्ष मोहन काला भी मां कालिंका के दर्शनों हेतु मंदिर पहुंचे।
मंदिर में धार्मिक परंपरा और ढोल-दमाऊं की थाप और मां के जयकारों के बीच चली पूजा-अर्चना के बाद यह धार्मिक आयोजन भी सायं को शांति पूर्वक ढंग से संपन्न हो गया।