swabhiman maharally gairsain

swabhiman maharally gairsain:

उत्तराखंड में मूल निवास और भू-कानून व गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर आज मूल निवास और भू-कानून समन्वय समिति द्वारा गैरसैण महारैली का आयोजन किया गया। उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से गैरसैंण पहुंचे आंदोलनकारियों के साथ हजारों की संख्या में युवाओं, महिलाओं एवं स्थानीय लोगों ने महारैली में प्रतिभाग किया।

इस मौके पर हजारों की संख्या में गैरसैंण पहुंचे आंदोलकारियों ने रामलीला मैदान गैरसैंण से डाकबंगला रोड होते हुए मूल निवास, भू-कानून और गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाए जाने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की।

गैरसैंण के रामलीला मैदान में आयोजित महारैली से पूर्व उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान खटीमा गोलीकांड में शहीद हुए शहीद राज्य आंदोलनकारियों को संघर्ष समिति ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद महारैली कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा, कांग्रेस और यूकेडी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने भाजपा, कांग्रेस और यूकेडी को उत्तराखंड के साथ छलावा करने वाली पार्टी बताया। समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि प्रदेश में बाहरी लोगों की संख्या 40 लाख से अधिक हो चुकी है। प्रदेश में नौकरी, रोजगार, जल, जंगल, जमीन पर बाहरी लोगों का कब्जा हो गया हैं। प्रदेश में बाहरी लोगों की संख्या 40 लाख से अधिक हो चुकी है।

इस दौरान जनसभा के बीच उत्तराखंड क्रांति दल के दर्जन भर कार्यकर्ता भी अपने झंडों के साथ जनसभा स्थल पर पहुंच गए। जिनका मौजूद जनता और संघर्ष समिति ने जमकर विरोध किया। उन्होंने कहा कि पूर्व में ही यह तय किया गया था कि यह आंदोलन पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक आंदोलन है। इसमें किसी भी पार्टी का झंडा नहीं लाया जाएगा। इस बीच अपने झंडों के साथ पहुंचे यूकेडी के दर्जन भर कार्यकर्ताओं को विरोध का सामना करना पड़ा और जनता ने उन्हें खूब खरीखोटी सुनाई। साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं को जनसभा स्थल से बाहर खदेड़ दिया। इस दौरान हाथापाई की नौबत भी आई। लेकिन सभा स्थल पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह विरोध को शांत कराया।

आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि आज ये लड़ाई प्रदेश के अस्तित्व को बचाने की लड़ाई बन चुकी है। उन्होंने कहा कि हमें इस लड़ाई को मजबूती के साथ लड़ने की आवश्यकता है, जिससे हमारा और हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित हो सके। कहा कि हमारी ये लड़ाई मूल निवास, भू कानून, स्थायी राजधानी गैरसैंण और अपने जल-जंगल, रोजगार को बचाने की लड़ाई है। यह आंदोलन एक जन-आंदोलन है। वक्त आ गया है कि हमें अपने अधिकारों की लड़ाई को लड़ने के लिए एक होना होगा।

पौड़ी में भी विभिन्न संगठनों ने दिया धरना

मूल निवास, भू कानून समन्वय समिति की रैली को समर्थन देते हुए रविवार को पौड़ी में हेमवती नंदन बहुगुणा मूर्ति स्थल पर विभिन्न संगठनों ने धरना दिया। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने सरकार से मूल निवास, भू कानून व स्थाई राजधानी गैरसैंण घोषित करने की मांग उठाई।

रविवार को पौड़ी में नागरिक कल्याण एवं जागरूक विकास समिति, कांग्रेस, व्यापार सभा आदि संगठनों ने प्रदेश में मूल निवास, भू कानून लागू करने और गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग को लेकर धरना दिया। इस दौरान विभिन्न संगठनों के लोगों ने कहा कि पिछले लंबे समय से प्रदेश में मूल निवास, भू कानून को लागू करने व गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किए जाने की मांग की जा रही है। कहा कि मूल निवास लागू नहीं होने से बाहरी लोग राज्य में अवैध कब्जा कर रहे है। सशक्त भू कानून नहीं होने से भूमाफिया प्रदेश में अपना डेरा जमा रहे है। कहा कि मूल निवास, भू कानून समन्वय समिति की रैली को समर्थन देते हुए धरना दिया गया है। जल्द ही मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेशभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा।

धरने में नागरिक कल्याण एवं जागरूक विकास समिति के अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत, सचिव गबर सिंह नेगी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद नेगी, व्यापार सभा के सचिव देवेंद्र सिंह रावत, कोषाध्यक्ष दिलबर सिंह भंडारी, अनीता रावत, गिरीश बड़थ्वाल, योगेंद्र कुमार, राहत हुसैन, बिमल नेगी, आदि शामिल रहे।