नई दिल्ली: दिल्ली हाट पीतमपुरा में पिंडर घाटी विकास समिति (पंजी.) द्वारा रविवार को 14वें वर्ष में प्रवेश के उपलक्ष्य में आमसभा के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मकसद अपनी भावी पीढ़ी को अपनी भाषा व संस्कृति से परिचित कराना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ पं. जनार्दन गौड़ द्वारा स्वास्तिक के साथ किया गया. तत्पश्चात बलवंत भंडारी व मुकेश सेमवाल ने गणेश वंदना से आगाज किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समिति के सदस्य परिवार के साथ शामिल हुए. सभी लोग स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति देखकर काफी उत्साहित दिखाई दे रहे थे। सांस्कृतिक कार्यक्रम की बागडोर बलवंत सिंह भंडारी ने संभाल रखी थी उन्होंने न केवल खुदेड गीत गाये बल्कि मांगल गीत के साथ इसकी परंपरा को जीवित रखने का संदेश दिया। आशा खंडूड़ी ने अपनी मधुर आवाज में ”चला दु जोला उत्तराखंड देखी ओला अपणा देवी देवताओं की पूजा करि ओला” भक्ति गीत सुनाया तो गजेंद्र रावत ने पिंडर घाटी की आराध्य को याद कर जय हो जय हो मेरी माता बधाण गढ़ी गाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया। इसके बाद वेदनी बुग्याल ग्रुप के गबर सिंह “गबरू दा” ने अपने चिर परिचित अंदाज में विभिन्न गीतों की प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद उभरती गायिका सुशीला रावत व बिमला बोरा ने कई कर्णप्रिय गीतों से व दिनेश शास्त्री ने एक मधुर गीत से लोगों को पहाड़ की याद दिला दी। कुल मिलाकर संस्था द्वारा पिंडर घाटी के अपने लोगों को अपनी संस्कृति से जोड़े रखने का एक सफल प्रयास था। अंत में संस्था ने अपने सबसे आदरणीय सदस्य कैप्टेन उमादत्त गौड़ को सम्मानित कर आयोजन की गरिमा को बनाए रखा। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से 5 बजे तक चला इस दौरान संस्था द्वारा सभी लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी। इस कार्यक्रम में सैकड़ों लोग जिनमें वाईएस भंडारी, एमएस नेगी, जगदीश प्रसाद सती, जनार्धन गौड़, देवेंद्र खत्री, मोहन केडियाल, अनिल नैनवाल, पं. जनार्दन गौड़, महेंद्र प्रसाद सती, जीत सिंह नेगी, मनोज थपलियाल, अधिवक्ता पंत, लक्ष्मण बुटोला, श्रीमती मालती, एलपी जोशी, मनोज पुरोहित, द्वारिका चमोली, मायाराम बहुगुणा, दिनेश नेगी, सुनील नैनवाल इत्यादि ने अपनी गरिमामय उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बधाई।
रिपोर्ट: द्वारिका चमोली