पौड़ीः विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में जिला चिकित्सालय पौड़ी में सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक राजकुमार पोरी सहित अन्य अतिथियों ने दक्ष दिव्यांगजनो को सम्मानित किया।
समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में दक्ष दिव्यांग कर्मचारियों व स्वरोजगारियों के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु चयनित 2 दक्ष दिव्यांग कर्मचारियों में शिक्षा विभाग की वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रक्षा नेगी और पशुपालन विभाग के पशुधन प्रसार अधिकारी मनीष रावत और 03 दक्ष दिव्यांग स्वरोजगारियों में सूरज कुमार (सीएससी सेवाएँ), दीपक (बकरी पालन) और सुभम जोशी (फैब्रिकेशन कार्य) को 08-08 हजार रुपये की धनराशि, प्रमाण पत्र, प्रशस्ति पत्र व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। जबकि 10 दिव्यांगजनों को कृत्रिम उपकरण दिए गए व 09 दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किये गये। दक्ष दिव्यांग कर्मचारी व स्वरोजगारियों ने विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगजनों के सम्मान को लेकर इस पहल की सराहना करते हुए सरकार को धन्यवाद दिया।
विधायक राजकुमार पोरी ने कार्यक्रम में उपस्थित दिव्यांगजनों को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज की महत्वपूर्ण शक्ति हैं और उनकी क्षमताएँ किसी भी प्रकार से कम नहीं आँकी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याण, पुनर्वास, प्रशिक्षण, रोजगार, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुरक्षा से संबंधित जो योजनाएँ चलायी जा रही हैं, वे न केवल उनकी प्रतिभा और दक्षता को आगे बढ़ाने में सहायक हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन की ओर भी अग्रसर कर रही हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि शासन-प्रशासन द्वारा दिव्यांगजनों के लिए सार्वभौमिक पहुँच, आवश्यक उपकरण, तकनीकी सहायता, शिक्षण-प्रशिक्षण सुविधाओं और आर्थिक सहयोग को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। विधायक ने सभी विभागों से समन्वित रूप से कार्य कर दिव्यांगजनहित के कार्यक्रमों को तेजी से क्रियान्वित करने की बात कही।
नगर पालिकाध्यक्ष हिमानी नेगी ने कहा कि विश्व दिव्यांग दिवस समाज में दिव्यांगजनों के सम्मान, अधिकारों और गरिमा को सशक्त रूप से स्थापित करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन अपनी प्रतिभा, मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त कर रहे हैं, और उनके योगदान का सम्मान करना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि शासन-प्रशासन द्वारा दिव्यांगजनों के लिए संचालित सम्मान, प्रेरणा तथा प्रोत्साहन से संबंधित पहलें न केवल उनके मनोबल को बढ़ाती हैं, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा में और अधिक आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को आवश्यक सहयोग, उपकरण, अवसर और सम्मान प्रदान करना ही विश्व दिव्यांग दिवस का वास्तविक उद्देश्य है, और समाज के प्रत्येक वर्ग को इस दिशा में संवेदनशील होकर योगदान देना चाहिए।
सिविल जज (सीनियर डिवीजन)सचिव/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नाजिश कलीम ने बताया कि दिव्यांगजन हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और उनके अधिकारों की रक्षा तथा आवश्यक सहायता उपलब्ध कराना प्राधिकरण की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दिव्यांगजनों को पेंशन प्रकरण, आय व दिव्यांग प्रमाणपत्र, आवश्यक दिव्यांग उपकरण, क्षतिपूर्ति दावे, सरकारी योजनाओं में सहायता पात्रता, बैंक-बीमा मामलों, घरेलू व सामाजिक विवादों तथा अन्य विधिक प्रक्रियाओं से संबंधित सभी सेवाएँ पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती हैं। इसके अतिरिक्त पात्र दिव्यांगजन को निःशुल्क अधिवक्ता प्रदान करने, आवेदन पत्र तैयार कराने, विधिक परामर्श, अधिकारों से संबंधित जागरूकता एवं आवश्यक दस्तावेजों के संकलन में भी सहयोग उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति व्यक्तिगत रूप से या अन्य माध्यम से प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की इकाइयों में प्रस्तुत कर सकता है, जहाँ उन्हें तत्काल आवश्यक मार्गदर्शन एवं सहायता उपलब्ध करायी जाती है।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. शिवमोहन शुक्ला, नगर पालिकाध्यक्ष हिमानी नेगी, अपर जिला समाज कल्याण अधिकारी अनिल कुमार सेमवाल, सहायक समाज कल्याण अधिकारी पौड़ी राहुल राणा, खिर्सू पंकज मैंदोली सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।



