dharchula cloud burst

पिथौरागढ़: भारत-नेपाल सीमा पर दार्चुला (नेपाल) में शुक्रवार देर रात बादल फटने से उत्तराखंड के सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के धारचूला में भारी नुकसान की खबर है। पिथौरागढ़ के धारचूला के खोतीला में भारी नुकसान हुआ है। पहाड़ी से बरसाती पानी के साथ आया मलबा कई घरों में घुस गया, बाजार की सड़क भी मलबे से पट गई। सड़क में पार्क किए गए वाहन भी मलबे में दब गए। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग लापता बताया जा रहे हैं। 36 घंटे बाद भी राहत और बचाव कार्य जारी है।

आज सुबह सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर से धारचूला आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। हवाई निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धारचूला के ग्राम रांथी (खोतिला) में आपदा प्रभावितों से भेंट की। साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में हम सब आपदा प्रभावितो के साथ हैं और राहत पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा आपदा प्रभावितों के लिए रहने, खाने, और कपड़ों की उचित व्यवस्था की जाए, जिसका भुगतान सरकार के माध्यम से किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां काफी नुकसान हुआ है। कोकिला गांव के 58 परिवार के मकान पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं। एल धारा में भूस्खलन हुआ है उससे धारचूला शहर में मलबा आ गया है, काफी घर उसकी जद में आ गए हैं। हम लोग यहां पुनर्वास की व्यवस्था की बात कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री द्वारा 6 परिवारों को चेक के माध्यम से राहत राशि मुहैया कराई गई। जिसके अंतर्गत आपदा के दौरान मृत महिला के परिवार को चार लाख रुपए की राहत राशि दी गई। इसके अतिरिक्त अन्य आपदा प्रभावितों को शीघ्र ही राहत राशि उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है तथा शेष बचे आपदा प्रभावित परिवारों को शीघ्र ही राहत राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने धारचूला में काली नदी के किनारे बने तटबंधों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने  जिलाधिकारी से कहा कि आपदा पीड़ितों को राहत पहुंचाने का हर संभव कार्य तत्परता से किया जाना चाहिए। आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए सरकार हरसंभव कार्य करने के लिए तैयार है।

मुनस्यारी के दाफा में पांच मकान ध्वस्त

मुनस्यारी के दाफा में पांच मकान ध्वस्त हुए हैं। चंचल राम, दयान राम, चंचल राम द्वितीय, कुँवर राम, जगत राम के मकान भूस्खलन की चपेट में आकर ध्वस्त हो गए हैं। ग्रामीणों ने दूसरे गांव में पनाह ली है। जिसके चलते जनहानि होने से बच गई। धूनामानी गांव के सभी मार्ग बह गए हैं। गांव अलग थलग पड़ चुका है।

मुख्यमंत्री के साथ धारचूला विधायक हरीश धामी, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल, ब्लॉक प्रमुख सहित जिलाधिकारी डा। आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, उपजिलाधिकारी नंदन कुमार, उपजिलाधिकारी अनुराग आर्य सहित अन्य विभागाधिकारी उपस्थित रहे।