world Water Day

कल्जीखाल : पौड़ी जनपद के कल्जीखाल विकासखंड के अंतर्गत डांगी गांव के युवा लगातार प्राकृतिक जल श्रोतों के संवर्द्धन के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उल्लेखनीय है कि हर वर्ष विश्व जल दिवस पर ग्राम डांगी के युवाओं द्वारा ग्रामीणों के साथ ही जंगली जानवरों को भी पीने का पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गाँव में प्राकृतिक जल श्रोतों की साफ-सफाई से लेकर उनकी मरम्मत करने का काम किया जाता है। उसी तर्ज पर आज भी ग्राम डांगी में युवा मंगलदल के कुछ सदस्यों द्वारा प्राकृतिक जल श्रोतों को पुनर्जिवित करने का प्रयास किया गया।

हमारे संवाददाता जगमोहन डांगी ने बताया कि एक समय में गांव में 15 जलस्रोत हुआ करते थे, लेकिन धीरे-धीरे अब मात्र 5 जल श्रोत ही अस्तित्व में रह गए हैं। प्राकृतिक जल श्रोतों की घटती संख्या के कारण गांव में पीने के पानी के साथ साथ खेतों की सिंचाई से लेकर जानवरों के पीने के लिए पानी की कमी होने लगी है। ऐसे में पेयजल श्रोतों को बचाने व सूख चुके श्रोतों को जीवित करने के लिए डांगी गांव के सुनील कुमार सहित कुछ युवाओं ने अब मुहीम छेड़ी हुई है। इसी प्रकार जंगलों में भी पेयजल श्रोतों के सूखने के कारण जंगली जानवरों को भी पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसके लिए डांगी गांव के सुनील कुमार ने जंगलों के पुराने प्राकृतिक जल श्रोतों को रिचार्ज करने की मुहीम छेड़ रखी है। जो इस बरसात में कुछ हद तक सार्थक होती भी दिखाई दे रही है।world Water Day

इसी तर्ज पर ग्राम पंचायत डांगी से पृथक ग्राम पंचायत बनी थनुल के ग्राम प्रधान रिटायर्ड कैप्टन नरेन्द्र सिंह नेगी एवं थंनगढ़ घाटी के चर्चित समाजसेवी पूर्व बीडीसी सदस्य सज्जन सिंह नेगी के नेतृत्व में आज प्राकृतिक श्रोतों का सरक्षंण एवं सवंर्धन कर आस पास सफाई एवं पाइपों  में फसे कचरे को निकाल कर साफ सफाई की गई। और एक बार फिर से नगदी खेती करने एवं पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कर बड़ी उपलब्धि हासिल की। उनकी इस मुहीम से ग्रामीण काफी खुश हैं। क्योंकि दो सप्ताह पहले भारी सूखा देखकर बड़ी संख्या में गांव लौटे प्रवासी भी पेयजलापूर्ति को लेकर बहुत परेशान थे। लेकिन अब उनकी पीने के पानी की चिंता दूर हो गयी है।

जगमोहन डांगी