श्रीनगर गढ़वाल: शुक्रवार को हेमवती नन्दन गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के प्रशासनिक भवन में तोड़फोड़ के मामले में आरोपी डीएवी पीजी कॉलेज देहादून के छात्र संघ अध्यक्ष व महासचिव की गिरफ्तारी के बाद विश्वविद्यालय में उपजा विवाद फिलहाल शांत हो गया है। आरोपी छात्रो की गिरफ्तारी के बाद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने अपने कार्य बहिष्कार को वापस ले लिया है। शुक्रवार को हुई मारपीट और तोड़फोड़ की घटना के बाद शनिवार को आधे दिन तक प्रशासनिक भवन में अफरा-तफरी का महौल बना रहा।
शुक्रवार को गढ़वाल विवि के प्रशासनिक भवन में अपनी मांगों को लेकर पहुंचे डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र नेताओं व कर्मचारियों के बीच मार पीट हो गयी थी। जिसके बाद से विवि के कर्मचारी कार्यबहिष्कार पर चले गये थे। शनिवार को कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार पर जाने से विवि में तमाम काम ठफ हो गया। कुलसचिव एक के झा ने कर्मचारियों को हड़ताल वापस लेने की अपील की लेकिन कर्मचारी अरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे। दोपहर को कोतवाल श्रीनगर ने कुलसचिव को आरोपी छात्रों की गिरफ्तारी की सूचना दी। जिसके बाद कर्मचारी कार्य पर लौटे।
गढवाल विश्वविद्यालय द्वारा प्रशासनिक भवन में उत्पात मचाने व विवि की सम्पति को नुकसान पहुचाने पर डीएवी के 100 अज्ञात छात्रों समेत अध्यक्ष व महासचीव पर नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था। शुक्रवार देर षाम डीएवी पीजी कॉलेज के अध्यक्ष एंव महासचीव ने कोतवाली पहुँचकर सरेंडर किया। साथ ही 14 अन्य छात्रों ने भी श्रीनगर कोतवाली पहुँचकर समर्पण किया। कोतवाल एनएस बिष्ट ने बताया कि छात्रों पर सीआरपीसी धारा 41 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। छात्रों से पूछताछ के बाद उन्हे रिहा कर दिया गया, अब छात्र कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे।
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