कोटद्वार: बीते गुरुवार को भारी बारिश के बाद कोटद्वार में मालन नदी पर बना पुल टूटने के दौरान बहे हल्दूखाता जशोधरपुर निवासी निखिल डबराल (32 वर्ष) का शव शुक्रवार सुबह कोटद्वार पुलिस व यूपी पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाते हुए नदी से बरामद कर लिया है। शव मिलने के बाद मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बता दें कि गुरुवार को कोटद्वार शहर से सात किमी दूर मोटाढाक इलाके में उफनाती मालन नदी में आई बाढ़ को देखने के लिए निखिल डबराल अपने दो अन्य साथियों के साथ हल्दूखाता से कोटद्वार के लिए निकला था। इस दौरान वे मालिनी नदी में आई बाढ़ को देखने के लिए पुल पर रूक गए। उनके रूकते ही पुल भरभराकर गिर गया। इस घटना में प्रसन्न नदी के बहाव में बह गया जबकि उसके दोनों साथी हुकुम और रविंद्र किसी तरह नदी से निकलने में कामयाब रहे थे।
तब से लापता प्रसन्न को ढूंढने के लिए पुलिस सर्च अभियान चला रही थी। नदी में बहे युवक निखिल डबराल (32) पुत्र प्रकाश डबराल निवासी हल्दूखाता का शव शुक्रवार को एसडीआरएफ की टीम ने पुल से नौ किलोमीटर दूर से बरादम किया। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया जायेगा।
मई 2010 में बना था पुल
मोटाढांक में 325 मीटर स्पान का यह डबल लेन मोटर पुल क्षेत्रवासियों की मांग पर 24 मई 2010 में बनकर तैयार हुआ था। पुल बनने से पहले क्षेत्रवासी यहां बने रपटे से आवाजाही करते थे। बरसात के दिनों में यहां आवागमन ठप रहता था जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने यहां पर 12.35 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया। अब पुल टूटने से भाबर के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्षेत्रवासी पुल टूटने की वजह लोक निर्माण विभाग की उदासीनता बता रहे हैं। कहा कि पुल को पहले से ही खतरा बना था, ऐसे में उनकी समय रहते उचित देखरेख नहीं की गई इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।