Jhanda-Mela-dehradun

Historical Jhanda Mela dehradun: देहरादून का ऐतिहासिक झंडा मेला दरबार साहिब में आज श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ शुरू हो गया। होली के पांच दिन बाद चैत्र कृष्ण पंचमी को दरबार साहिब में श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ ही तकरीबन एक महीने तक चलने वाला मेला शुरू हो जाता है। इस पल का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं से दरबार साहिब परिसर पैक हो गया है। कोरोना से स्थिति सामान्य होने के करीब दो साल बाद इस साल भव्य स्वरूप में मेले का आयोजन किया गया। मेले में भाग लेने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में संगत और श्रद्धालु देहरादून पहुंचे हैं।

आज सुबह साढ़े सात बजे दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में पुराने श्रीझंडे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान दरबार परिसर गुरु महाराज के जयकारों से गुंजायमान हो गया। इसके बाद दूध, दही, गंगाजल से नए ध्वजदंड (श्रीझंडे) को स्नान कराया गया। सादे, सनील गिलाफ चढ़ाने के बाद चंवर गोटों से श्रीझंडे सजाए गए। दोपहर को एक बजकर 14 मिनट पर गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया शुरु हुई। तीन बजकर पांच मिनट पर दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज की अगुआई में श्रद्धालुओं ने 90 फीट ऊंचे श्रीझंडे जी को लकड़ी से बनी कैंचियों के सहारे धीरे-धीरे खड़ा किया। श्रीझंडे जी के आरोहण के साथ ही मेला शुरू हो गया। दिल्‍ली से आए बलजिंदर सिंह सैनी अपने दादा की 100 साल पहले मांगी मुराद को पूरा किया। उनके दादा अक्षर सिंह ने 100 साल पहले दर्शनी गिलाफ चढ़ाने के लिए बुकिंग कराई थी।