Demand not to open schools until Corona crisis

टिहरी गढ़वाल : कोरोना संकट काल में स्कूलों को न खोलने की मांग को लेकर बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती आशा रानी पैनोली ने नाम ज्ञापन दिया। DEO की अनुपस्थिति में जिला अधिकारी (माध्यमिक) वाईएस चौहान को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग NSUI कार्यकर्ताओं द्वारा मांग की गई है कि उत्तराखंड के स्कूलों को तब तक न खोला जाये, जबतक कोरोना वायरस की वैक्सीन नही बन जाती। साथ ही कोरोना संकट काल के दौरान बच्चों से स्कूल फीस न लेने का भी अनुरोध किया गया।

इस अवसर में विकास नेगी ने कहा है कि इस समय पूरा भारत कोरोना कोविड-19 जैसी महामारी से जूझ रहा है, इससे हमारा उत्तराखंड भी अछुता नहीं है। इस महामारी की अभी तक पूरे विश्व में कोई वैक्सीन भी नहीं खोज पाया है, वहीँ उत्तराखंड में स्कूलों को खोलने के बारे सोचा जा रहा है। जबकि कुछ देशों ने स्कूलों को पूरे साल के लिए बंद कर दिया है और कुछ वैज्ञानिकों ने स्कूलों को न खोलने की सलाह दी है जो कि स्वागत योग्य है। इस पर हमे अमल करना चाहिए।

हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद राज्य के कई स्कूल मनमानी फीस वसूल रहे हैं। छोटे बच्चों के ऑनलाइन क्लास हफ्ते में सिर्फ 2 या 3 दिन चला कर पूरी फीस वसूली जा रही है। स्कूलों द्वारा ट्यूशन फीस के नाम पर पूरी फीस वसूली जा रही है। उन्होंने कोरोना संकट काल की फीस न माफ करने की भी मांग की है।

इस अवसर में प्रकाश नेगी, अजय सैनी, उज्ज्वल सेमवाल, शुभम, शीशपाल राणा, प्रदीप आदि मौजूद थे।