उत्तराखंड के दिव्यांग ड्राइवर दिग्विजय ने “गुम्बल इंडिया 2020” कार रैली में वर्ड रिकॉर्ड बनाकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। बता दें कि मोटर स्पोर्ट्स से संबंधित विभन्न गतिविधियों के लिए मशहूर कम्पनी “InCarNation Sports” द्वारा गत दिसम्बर 2020 में कन्याकुमारी (तमिलनाडु) से आगरा (उत्तर प्रदेश) तक करीब 3000 हजार किलोमीटर दूरी की कार रैली “गुम्बल इंडिया 2020″ आयोजित की गयी थी। इस प्रतियोगिता में 3000 किलोमीटर की दूरी को 60 घंटे में तय करने का लक्ष्य रखा गया था। जिसमे देश भर के तमाम कार रेसर्स ने हिस्सा लिया था। परन्तु आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 3000 किलोमीटर की इस कठिन प्रतियोगिता में सामान्य श्रेणी के प्रतिभागियों के साथ प्रतिभाग करते हुए उत्तराखंड दिव्यांग ड्राइवर दिग्विजय सिंह ने इस लक्ष्य को 58 घंटे में पूरा कर न सिर्फ द्वितीय स्थान प्राप्त किया, बल्कि दिव्यांग श्रेणी में वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।
बता दें कि हरिद्वार जनपद के लक्सर क्षेत्र के रहने वाले कार रेसर दिग्विजय सिंह दोनों पैरों से 80% से भी ज्यादा दिव्यांग हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद भी उनके अंदर गजब का जज्बा है। उनके इसी जज्बे को देखते हुए खेल रत्न से सम्मानित पैरा-एथलीट दीपा मलिक एवं सुदेव बरार (डायरेक्टर इनकारनेशन) द्वारा दिग्विजय सिंह को नॉर्मल ड्राइवर्स के साथ इस मोटर स्पोर्ट्स इवेंट में प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया गया।
जैसा कि सभी जानते हैं कि मोटर स्पोर्ट्स काफी खर्चीला गेम होता है। जिसे वहन करने में दिग्विजय सिंह सक्षम नहीं थे। इस बारे में जब नई पहल, नई सोच के मुखिया, समाजसेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोडा को पता चला तो उन्होंने दिग्विजय सिंह को इस इवेंट में भाग लेने के लिए स्पॉन्सर्ड करते हुए उसका खर्च वहन किया। नई पहल नई सोच के साथ ही दिल्ली की समाजसेविका मीना कंडवाल द्वारा भी दिग्विजय को इस प्रतियोगिता तक पहुचाने में मदद की गयी।
समान्य श्रेणी के कार रेसर्स के साथ प्रतिभाग करने के बावजूद भी इस प्रतियोगिता को 58 घंटे में पूरी करने के बाद दिग्विजय ने इस उपलब्धि को वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए अप्रैल 2021 में आवेदन किया गया था। जिसके बाद उनकी यह उपलब्धि अब वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुकी है। जिसमें दर्शाया गया है कि दोनों पैरों से 80% से भी ऊपर दिव्यांग होने के पश्चात मैनुअल कार से, बिना किसी अटैचमेंट का उपयोग किए, 58 घंटे में 3000 किलोमीटर दूरी तय करने वाले दिग्विजय पहले दिव्यांग ड्राइवर हैं। इसके लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया।
दिग्विजय की इस उपलब्धि पर नई पहल नई सोच टीम द्वारा रविवार शाम को उत्तराखंड सदन, नई दिल्ली में एक सम्मान समरोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम की ओर से पद्मश्री दीपा मलिक तथा वरिष्ठ अधिवक्ता संजय दरमोड़ा के हाथों प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम की ओर से बलदेव बत्रा द्वारा पद्मश्री दीपा मालिक, देविका मालिक (को-फाउंडर व्हीलिंग हैप्पीनेस फाउंडेशन, नई पहल, नई सोच टीम के प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोडा, सुदेव बरार (डिरेक्टर इनकारनेशन स्पोर्ट्स), मीना कंडवाल (एडिशनल डायरेक्टर राज्य सभा), पूरन सिंह राणा (एसडीएम लक्सर), ठाकुर संजय सिंह (इनकम टैक्स ओर इंडस्ट्रियल एडवाइसर), को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर जगमोहन सुन्दिरयाल जॉइंट सेक्रेटरी राज्य सभा, सुभास गुसाँई, जगदीश रावत (अध्यक्ष उत्तराखंड एकता समिति इंदिरापुरम), दिलवर बिष्ट, संजय चौहान, बिजेन्द्र मोहन पंत, कल्पना चौहान, संगीता भंडारी, रेनू दिग्विजय सिंह, बलदेव बत्रा, मंजू सुन्दिरयाल, नरेंद्र डंगवाल (हरियाणा गौ रक्षा संरक्षक दल), रोशन रावत (ज्वार मंडल महामंत्री फरीदाबाद), मोहित शर्मा, राकेश रावत, दीप सिलोड़ी, आनंदमणी डोबराल, पंडित सुधीर ग्वाड़ी, दिलावर सहित कई लोग मौजूद थे।