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कल्जीखाल: राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डांगी में शनिवार को अभिभावक शिक्षक संघ की बैठक हुई। बैठक में नई कार्यकरणी का गठन किया गया। संघ की नई कार्यकरिणी का गठन करते हुए पूर्व कैप्टन नरेन्द्र सिंह नेगीं  को पीटीए का नया अध्यक्ष चुना गया। पूर्व कैप्टन नरेन्द्र सिंह नेगीं के नाम का प्रस्ताव पिछले 12 वर्षों से पीटीए अध्यक्ष रहे समाजिक कार्यकर्ता जगमोहन डांगी ने रखा। जिसका अनमोदन पूर्व बीडीसी सदस्य सज्जन सिंह नेगीं ने किया। इसके अलावा कार्यकारिणी में रविंद्र सिंह रावत उपाध्यक्ष, भगवान सिंह चौहान कोषाध्यक्ष, यशवंत सिंह बिष्ट सचिव, सुनीता रावत, नीलम रावत, शैलेश डोभाल, मंजू शाह को पदेन सदस्य चुना गया।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष रविंद्र सिंह रावत, कोषाध्यक्ष भगवान सिंह चौहान, सचिव यशवंत सिंह बिष्ट, प्रधानाचार्य पदेन सदस्य सुनीता रावत, नीलम रावत। शैलेश डोभाल, मंजू शाह, एसएमसी अध्यक्ष कलीराम डुकलान, ग्राम प्रधान थापला आशा देवी तथा क्षेत्र के सभी अभिभावक मौजूद रहे।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष एनएस नेगीं ने कहा की दुर्गम विद्यालयों में पठन-पाठन के लिए अच्छा वातावरण है। उन्होंने छात्रो की कम सख्यां पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान में विद्यालय में सभी शिक्षकों के पद भरे हुए है। जिससे छात्रो को लाभ होगा। उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय का उच्चीकरण 2006-07 में हुआ था लेकिन अभी तक जूनियर के कक्षाओं में ही विद्यालय संचालन हो रहा है। वहीँ विद्यालय में पेयजल का संकट बना हुआ हैं, जिससे मिडडे मील (मध्यम भोजन) प्रभाहित हो रहा है। विद्यालय में लगे विभिन प्रकार के फलदार वृक्षों पर अध्यक्ष एवं अभिभावकों सहित सभी उपस्थित लोगों ने व्यायाम शिक्षक उमेशचन्द प्रयासों की सराहना की।

कर्याक्रम का संचालन उमेशचन्द ने किया। वही विद्यालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पीएलबी जगमोहन डांगी ने समाज मे बढ़ते बाल यौन उत्पीड़न को समाप्त करने के लिए अभिभावकों एवं छात्र-छात्रों के लिए विद्यालय में विधिक साक्षरता जन जागरूकता शिविर आयोजित किया। जिसमें उन्होंने छात्रो एवं अभिभावकों को बाल यौन उत्पीड़न पर कानूनी जानकारी देने के साथ कहा कि घर हो या विद्यालय बच्चे शिक्षित व सुराक्षित रहे हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि समाज को ऐसा वातावरण मिले जहां पर बच्चे स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सके। बाल यौन उत्पीड़न किसी भी प्रकार का हो उसमे डटकर निर्भीक होकर उसकी  शिकायत अवश्य करे। जिससे कि बाल यौन शोषण जैसे अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।