पौड़ी : पौड़ी जिले को आखिरकार लम्बे इंतजार के बाद मनरेगा कार्यो की निगरानी के लिए लोकपाल मिल गया है। वरिष्ठ समाज विज्ञानी व अर्थशास्त्री डॉ. अरुण कुकसाल को भारत सरकार के महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से सम्बद्ध शिकायतों के निवारण एवं उनके अनुश्रवण के लिए पौड़ी जनपद का लोकपाल नियुक्त किया गया है. मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के असवालस्यूं पट्टी के ग्राम चामी निवासी डॉ. अरुण कुकसाल जिले के चौथे लोकपाल बने हैं। अपर मुख्य सचिव मनीष पंवार ने पौड़ी मनरेगा लोकपाल की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने नियुक्त लोकपाल को एक माह के भीतर पदभार संभालने के निर्देश दिए हैं।
डॉ अरुण कुकसाल ने उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दी हैं। अर्थशास्त्र में पीएचडी डॉ कुकसाल हिमालयी समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक सांस्कृतिक और साहित्यिक मुद्दों के गहन जानकार हैं। वे विगत कई वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं तथा सोशियल मीडिया में नियमित रूप से लेखन में सक्रिय हैं। उद्यमिता विकास, यात्रा, साहित्य तथा सांस्कृतिक विषयों पर उनकी 7 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
वे उद्यमिता शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय उद्यमी उत्प्रेणा प्रशिक्षक सम्मान भी प्राप्त कर चुके हैं। आकाशवाणी के वे नियमित वार्ताकार हैं। विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखंड की पाठ्यचर्या में उद्यमिता विकास पाठ्यक्रम के समावेश में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
डा. कुकसाल साहित्य संसार, समाज विज्ञान, घुम्मकड़ी प्रवृत्ति के लिए प्रदेश में अलग पहचान रखते हैं। वर्ष 2016 में उन्होंने यूकोस्ट से वरिष्ठ समाज वैज्ञानिक के पद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। इससे पहले वे गिरी विकास अध्ययन संस्थान व उद्यमिता विकास संस्थान, लखनऊ यूपी, एससीआरटी नरेंद्रनगर में सरानीय सेवाएं दे चुके हैं। अर्थशास्त्र से पीजी व पीएचडी करने के बाद उन्होंने हिमालयी क्षेत्र के समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक मुद्दों पर लगातार लेखन कार्य किया है। वे सेवानिवृत्ति के बाद अपने गांव चामी में पुस्तकालय का संचालन, कंप्यूटर प्रशिक्षण व कैरियर काउंसिलिंग कार्य में सक्रीय हैं।