श्रीनगर: मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के बेस चिकित्सालय श्रीनगर में प्रशासनिक स्तर पर बड़ा बदलाव किया गया है। सर्जरी विभाग के एचओडी एवं वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. राकेश रावत को चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि डिप्टी चिकित्सा अधीक्षक ब्लड बैंक की प्रोफेसर डा दीपा हटवाल को बनाया गया है। आदेश मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना द्वारा जारी किया गया। डॉ. सयाना ने बताया कि यह बदलाव विभागीय रुटीन प्रक्रिया के तहत किया गया है, जिसके अंतर्गत विभिन्न वरिष्ठ चिकित्सकों को प्रशासनिक अनुभव के आधार पर अवसर प्रदान किया जा रहा है।

नव नियुक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रावत एंव डिप्टी एम एस डा हटवाल ने बुधवार को कार्यभार ग्रहण करने के बाद बेस अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न वार्डों, आपातकालीन विभाग, ओपीडी एवं मैटर्न स्टाफ से संवाद स्थापित कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता, मरीजों को दी जा रही सेवाओं तथा स्टाफ की उपस्थिति की भी बारीकी से समीक्षा की। पूर्व चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने डॉ. रावत को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में अस्पताल की व्यवस्थाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी। गौरतलब है कि डॉ. राकेश रावत वर्ष 2007 से 2014 तक बेस अस्पताल में बतौर सर्जन सेवाएं दे चुके हैं। उसके बाद वे अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में अपनी सेवाएं देते रहे। लगभग 11 वर्षों बाद उनकी फिर से श्रीनगर बेस अस्पताल में वापसी हुई है, और इस बार वे न केवल वरिष्ठ सर्जन के रूप में बल्कि चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी निभाएंगे।

प्राथमिकता – मरीजों को हो बेहतर सुविधा

डॉ. रावत ने पदभार संभालने के बाद कहा “मेरा पहला उद्देश्य यही रहेगा कि किसी भी मरीज को अस्पताल में इलाज के लिए भटकना न पड़े। हर विभाग के बीच समन्वय स्थापित कर, मरीजों को बेहतर और समयबद्ध चिकित्सा सुविधा मिले, यही मेरी प्राथमिकता है। सफाई, दवाएं, स्टाफ की नियमितता और वार्डों की स्थिति में सुधार कर मरीजों को ‘संतोषजनक अनुभव’ देना ही मेरी कोशिश रहेगी।”