श्रीनगर गढ़वाल: राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला द्वारा श्री जय दयाल अग्रवाल संस्कृत महाविद्यालय, श्रीनगर गढवाल में प्रधानाचार्य सुनील फोन्दणी की अध्यक्षता में नशा उन्मूलन कार्यशाला सम्पादित की गई। कार्यशाला का संचालन गणित अध्यापक हरेन्द्र कुमार ने किया। कार्यशाला की शुरुआत करने से पहले संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों ने वेद मन्त्रों की मनमोहक प्रस्तुति पेश की। इस अवसरपर नशा उन्मूलन प्रभारी अखिलेश चन्द्र चमोला ने कहा कि भावी पीढ़ी ही राष्ट्र की धरोहर है। इनमें अद्भुत प्रतिभा छिपी रहती है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम इन्हें सही वातावरण दें। इनके समक्ष अपने आदर्श प्रस्तुत करें। इस के लिये जरूरी है कि हम भी किसी तरह से नशे का सेवन न करें। आज नशे के कारण युवा पीढ़ी कुन्ठा का शिकार हो रही है। नशे से सम्पूर्ण जीवन नष्ट हो जाता है। हमें अपने जीवन में कभी भी वैसाखी का सहारा नहीं लेना चाहिए। कार्यशाला में नशा उन्मूलन प्रभारी चमोला ने छात्रों से संवाद भी किया। महाविद्यालय के प्राचार्य सुनील फोन्दणी ने कहा कि चमोला द्वारा नशा उन्मूलन के क्षेत्र में भावी पीढ़ी के मार्ग दर्शन हेतु जो मुहिम चलाई जा रही है। वह अपने आप में उत्कृष्ट तथा सराहनीय प्रयास है। नशे से मुक्त छात्र ही जीवन में नया कीर्तिमान स्थापित कर सकते है। जितने भी महापुरुष आगे बढे, उन्होंने कभी नशा का सहारा नहीं लिया। इस मौके पर नशा उन्मूलन प्रभारी चमोला ने सम्पूर्ण विद्यालय परिवार को कभी नशा न करने की प्रतिज्ञा दिलाई’। इस अवसर पर हरेन्द्र कुमार, द्वारिका प्रसाद कपरवाण, गिरीश चन्द्र डिमरी, नरेश दत्त, ज्योति रावत, श्रीमती संगीता सिंह आदि ने भी मुख्य रूप से अपने विचार रखे।