पौड़ी: उत्तराखंड में इन दिनों बारिश कहर बरपा रही है. पौड़ी जिले में बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बुधवार को हुई तेज बारिश के चलते बुआखाल-रामनगर नेशनल हाईवे पर बना लोहे का पुल पाबौ से लगभग 5 किलोमीटर आगे ध्वस्त हो गया, जिससे पौड़ी मुख्यालय से थलीसैंण क्षेत्र का संपर्क पूरी तरह कट गया है।
बारिश के कारण जगह-जगह सड़कें मलबे से भर गई हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग व पैदल रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पुल टूटने की पुष्टि करते हुए एनएच के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि यह पुल 1970 में बना था और तेज जल कटाव के कारण अचानक टूट गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने बड़खोलू पुल को भी एहतियातन यातायात के लिए बंद कर दिया है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में आने-जाने का संकट और गहरा गया है।
रेस्क्यू टीम भी फंसी
अतिवृष्टि के चलते पाबौ और थलीसैंण क्षेत्र में राहत व बचाव कार्य के लिए भेजी गई रेस्क्यू टीमें भी रास्ते में ही फंस गई हैं। इन क्षेत्रों में रिहायशी मकानों, गोशालाओं, सड़कों और खेतीबाड़ी को व्यापक नुकसान पहुंचा है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बिना आवश्यकता यात्रा न करें और नदी-नालों से दूर रहें। आपात स्थिति में तुरंत नजदीकी प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नयार नदी
लगातार हो रही बारिश से नयार नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रशासन ने बांघाट मोटर पुल पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात कर दिया है। पंचायत क्षेत्र से जाने वाले सड़क मार्गों पर भारी बोल्डर और मलबा आ जाने से आवाजाही में दिक्कतें हो रही हैं। पौड़ी-सतपुली- गुमखाल-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग भी यातायात के लिए खोल दिया गया है। यहां कुल्हाड़ मोड़ में भारी बारिश से आये मलबे से यातायात बाधित हो गया था। भारी बारिश से भूस्खलन होने से पाटीसैंण निवासी राजेंद्र सिंह बिष्ट का घर खतरे की ज़द में आ गया है। राजेंद्र सिंह बिष्ट के घर के पास लगा विद्युत ट्रांसफार्मर का पोल सड़क पर गिर गया है, साथ ही भूस्खलन की जद में आकर वहां पर खड़ा भारी भरकम पेड़ भी सड़क पर गिर गया है।
उनका आरोप है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के उच्च अधिकारियों को मौखिक व लिखित सूचना देने के बावजूद भी आज तक यहां पर सुरक्षा दीवार नहीं लगाई गई। उन्होंने प्रशासन से जल्द ही आवासीय घर के निकट सुरक्षा दीवार का निर्माण करने की मांग की है।