Electricity rates increased in Uttarakhand: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही बिजली उपभोगताओं में को जोर का झटका लगा है। ऊर्जा विभाग ने बिजली की दरों में सात प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है। बीपीएल श्रेणी के अलावा हर श्रेणी पर बिजली दरों को बढ़ा दिया गया है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने यूपीसीएल और पिटकुल द्वारा वार्षिक टैरिफ में प्रस्तावित बढ़ोतरी के सापेक्ष 6.92% की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आयोग ने वितरण हानि 13% को माना है। बिजली की बढ़ी हुई दरें 1 अप्रैल से प्रभावी मानी जाएंगी।
वित्तीय वर्ष 2024 -25 के लिए वार्षिक राजस्व आवश्यकता 10690.03 करोड़ निर्धारित की गई है, जिसमें 14708.02 मिलियन यूनिट की अनुमानित विक्रय पर कुल राजस्व 9997.69 करोड़ रुपए अनुमानित राजस्व आकलन किया गया। इसमें 692.34 करोड़ रुपए का राजस्व अंतर के लिए 6.92% की वार्षिक तारीख में वृद्धि का फैसला लिया गया।
बीपीएल उपभोक्ताओं को राहत देते हुए आयोग ने उनके लिए किसी भी तरह की वृद्धि नहीं करने का निर्णय लिया है। इस तरह बीपीएल परिवारों को फिक्स चार्ज और बिजली के दामों में किसी भी तरीके के बढ़ोतरी का सामना नहीं करना होगा।
घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली के दामों में बढ़ोतरी का सामना करना होगा। आयोग के निर्णय के बाद अब फिक्स चार्ज में ₹15 प्रति किलो वाट की बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा 100 यूनिट प्रति माह तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं की बिजली दरों में 25 पैसे की वृद्धि की गई है। 101 वॉट से 200 वॉट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं की लिए 30 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। 201 से 400 यूनिट प्रति माह खर्च करने वाले उपभोक्ताओं के लिए 40 पैसे की वृद्धि की गई है। इस तरह प्रदेश के करीब 22 लाख उपभोक्ताओं को बिजली के बढ़े हुए दाम से तगड़ा झटका लगने जा रहा है।
हर महीने 25 से 160 रुपये का झटका
घरेलू श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं को हर महीने बिजली बिलों में 25 रुपये से लेकर 160 रुपये का झटका लगेगा। 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों का बिल 25 रुपये, 200 यूनिट वालों का 60 रुपये, 300 यूनिट वालों का 120 और 400 यूनिट तक खर्च करने वालों का बिल हर महीने 160 रुपये तक बढ़ जाएगा।
उत्तराखंड में इस तरह बढ़ी बिजली दरें
कैटेगरी मौजूदा दर बढ़ी हुयी दर
100 यूनिट 3.15 3.40
100-200 4.60 4.90
200-400 6.30 6.70
400 से ऊपर 6.95 7.35